Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jul 2020 · 1 min read

मिलन

मिलन
******

एक नदी के हम दो तट हैं
मिलना कैसे सम्भव है।
तन्हा बहती नदिया जब तक
अपना मिलन असम्भव है।

बीच हमारे बहतीं पल-पल
दुनियाँ की नश्वर रस्में ।
रोज नया नित पाठ पढ़ाकर
खूब खिलाती आ कसमें।.

कसमों के संग बहते जाना
मानो अपना धर्म यही।
तूफानों सँग लड़ते जाना
साथी अपना कर्म यही।

दर्द सदा पनपेगा दिल में
जब तक मन की मानोगे।
रूह मिलन की ख़ातिर जब तक
जंग न दिल से ठानोगे।

मन से युद्ध करो जा पहले
फिर मिलने की बात करो।
सतगुरु मौला रब प्रीतम का
बैठ हिया से जाप करो।

वो सागर सा बाँह पसारे
रोज प्रतीक्षा करता है।
तेरी मेरी करतूतों पर
नज़र सदा वो धरता है।

तोड़ जहाँ की रस्में सारी
आओ रब से इश्क़ करें।
दीप जला दर-दर उल्फ़त का
मिलन रुहों का फ़िक्स करें।

जिस पल राह पकड़ उल्फ़त की
अपना कदम बढ़ाओगे।
याद सदा रखना साहिल तुम
‘माही’ में खो जाओगे।

✍✍✍✍
© डॉ० प्रतिभा ‘माही’

Language: Hindi
4 Likes · 4 Comments · 433 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Pratibha Mahi
View all
You may also like:
राम लला
राम लला
Satyaveer vaishnav
बींसवीं गाँठ
बींसवीं गाँठ
Shashi Dhar Kumar
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
#गुस्ताख़ी_माफ़
#गुस्ताख़ी_माफ़
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन बरगद कीजिए
जीवन बरगद कीजिए
Mahendra Narayan
बढ़ना होगा
बढ़ना होगा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
मैं नन्हा नन्हा बालक हूँ
अशोक कुमार ढोरिया
SCHOOL..
SCHOOL..
Shubham Pandey (S P)
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
कभी हैं भगवा कभी तिरंगा देश का मान बढाया हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
चोर उचक्के बेईमान सब, सेवा करने आए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
धूर्ततापूर्ण कीजिए,
धूर्ततापूर्ण कीजिए,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
"बागबान"
Dr. Kishan tandon kranti
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
Ravi Prakash
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
shabina. Naaz
3000.*पूर्णिका*
3000.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आंगन महक उठा
आंगन महक उठा
Harminder Kaur
हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है, और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।
हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है, और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।
Manisha Manjari
love or romamce is all about now  a days is only physical in
love or romamce is all about now a days is only physical in
पूर्वार्थ
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
देश अनेक
देश अनेक
Santosh Shrivastava
इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
Sarfaraz Ahmed Aasee
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Rj Anand Prajapati
यह गोकुल की गलियां,
यह गोकुल की गलियां,
कार्तिक नितिन शर्मा
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
🥀 #गुरु_चरणों_की_धूल 🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
मुस्कराओ तो फूलों की तरह
मुस्कराओ तो फूलों की तरह
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
" एक बार फिर से तूं आजा "
Aarti sirsat
........,?
........,?
शेखर सिंह
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
“तड़कता -फड़कता AMC CENTRE LUCKNOW का रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम” (संस्मरण 1973)
DrLakshman Jha Parimal
Loading...