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12 Mar 2021 · 1 min read

मां का कर ले ध्यान तू

मां शारदे की कृपा के बिना सब असंभव है
देखें एक कुंडलियां छंद

मां का कर ले ध्यान तू, मां करती कल्यान।
शब्द-शब्द में भाव भर,करती है उत्थान।
करती है उत्थान,रचे नित ही नव रचना।
जगत मोह बिसराय, करो अब महज अर्चना।।
कहै अटल कविराय, छोड़ अब मद जीवन का।
मां ही करती पार,ध्यान कर ले तू मां का।

1 Like · 294 Views
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