Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Nov 2018 · 1 min read

माँ

ज़िन्दगी का सबक़ हर सिखाती है माँ।
थाम उंगली ज़माना दिखाती है माँ।

कुछ समय को अगर दूर जाना कहीं।
वक़्त रहते ही तुम लौट आना यहीं।
इस जहाँ में कोई दूजा मिल भी गया,
प्यार देगा मगर माँ सा होगा नहीं।
नींद आए न लोरी सुनाती है माँ,
गोद मे रख के सर को सुलाती है माँ।

रात दिन मेरी चिंता उसे रहती है।
लाल मेरा सुधर जा यही कहती है।
लड़ झगड़ने पे नाराज़ होती नहीं,
एक माँ है जो गुस्सा मेरा सहती है।
लाख नखरे भी मेरे उठाती है माँ,
रूठ जाऊँ तो मुझको मनाती है माँ।

शक़ कभी मां की ममता पे करना नहीं।
छोड़ आंचल दुपट्टा पकड़ना नहीं।
माँ अगर रूठी रूठे सभी देवता,
इसलिए बस गलत पथ तू चलना नहीं।
इस जहाँ की फ़िजाओ में लाती है माँ,
इसलिए रात दिन याद आती है माँ।

विकास सोनी ऋतुराज
शाहजहाँपुर, उत्तर प्रदेश

5 Likes · 27 Comments · 1083 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सीमा की जो कर रहे, रक्षा उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
*सीमा की जो कर रहे, रक्षा उन्हें प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए
सीमा पर जाकर हम हत्यारों को भी भूल गए
कवि दीपक बवेजा
शीर्षक - बुढ़ापा
शीर्षक - बुढ़ापा
Neeraj Agarwal
वो लड़का
वो लड़का
bhandari lokesh
विचार~
विचार~
दिनेश एल० "जैहिंद"
ज़िंदगी
ज़िंदगी
नन्दलाल सुथार "राही"
अलमस्त रश्मियां
अलमस्त रश्मियां
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
साथ
साथ
Dr fauzia Naseem shad
भेंट
भेंट
Harish Chandra Pande
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Living life now feels like an unjust crime, Sentenced to a world without you for all time.
Manisha Manjari
पूरा ना कर पाओ कोई ऐसा दावा मत करना,
पूरा ना कर पाओ कोई ऐसा दावा मत करना,
Shweta Soni
■ जय लूट-तंत्र...
■ जय लूट-तंत्र...
*Author प्रणय प्रभात*
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
मां की दूध पीये हो तुम भी, तो लगा दो अपने औलादों को घाटी पर।
Anand Kumar
धुँधलाती इक साँझ को, उड़ा परिन्दा ,हाय !
धुँधलाती इक साँझ को, उड़ा परिन्दा ,हाय !
Pakhi Jain
लालच
लालच
Dr. Kishan tandon kranti
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
Vishal babu (vishu)
बेटी और प्रकृति
बेटी और प्रकृति
लक्ष्मी सिंह
नारी हूँ मैं
नारी हूँ मैं
Kavi praveen charan
22)”शुभ नवरात्रि”
22)”शुभ नवरात्रि”
Sapna Arora
हौसले के बिना उड़ान में क्या
हौसले के बिना उड़ान में क्या
Dr Archana Gupta
2698.*पूर्णिका*
2698.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
Harmony's Messenger: Sauhard Shiromani Sant Shri Saurabh
World News
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
हम हिंदुस्तानियों की पहचान है हिंदी।
Ujjwal kumar
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
ये चिल्ले जाड़े के दिन / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
मेरे स्वयं पर प्रयोग
मेरे स्वयं पर प्रयोग
Ms.Ankit Halke jha
केहिकी करैं बुराई भइया,
केहिकी करैं बुराई भइया,
Kaushal Kumar Pandey आस
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr Shweta sood
हकमारी
हकमारी
Shekhar Chandra Mitra
Loading...