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23 Aug 2020 · 1 min read

माँ

तुम पास नही हो माँ मेरे
पर अहसास पास का देती हो
हर दिन सोने जाती हूं तो
माँ याद तूम्हारी आती हैं।

जब समझू की कोई साथ नही
तुम साथी बन आ जाती हो
जब तन्हा देखो तुम मुझको
तुम पास मेरे आ जाती हो।

एक मुस्कान झूठ की देकर
तुम अपने लोक चल देती हो
तुम पास नही हो माँ मेरे
पर अहसास पास का देती हो।

माँ सच मे तुम
बहुत याद आती हो
माँ सच मे
याद आती हो।

डॉ मंजु सैनी
गाजियाबाद

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 470 Views
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