Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Nov 2018 · 1 min read

माँ

माँ अगर तू ना होती तो मेरा क्या होता ,
पाल पोस कर तूने मुझे बड़ा किया ,
जब गिरने लगा तो तूने मुझे खड़ा किया,
हाथ पकड़ कर तूने मुझे चलना सिखाया ,
इस दुनिया से तूने मुझे लड़ना सिखाया ,
माँ अगर तू ना होती तो मेरा क्या होता /
गलती करने पर गुस्से से डांटना ,
गुस्सा होने पर चुपके से पुकारना ,
और फिर मेरे सर पर अपना स्नेह भरा हाथ फेरना ,
आज भी बहोत याद आता है ,
माँ अगर तू ना होती तो मेरा क्या होता /
इस दुनिया का तूने मुझे कठोर सच सिखाया ,
फिर भी नफरत नही सभी से प्यार करना सिखाया,
हर मुश्किल से लड़ना सिखाया ,
कभी भटका तो सही राह दिखाया ,
माँ अगर तू ना होती तो मेरा क्या होता /
बीमार मैं होता था ,रात भर तू ना सोती थी,
परेशान मैं होता था ,नाजाने तू क्यों रोती थी ,
हर दुःख हर दर्द में साथ मेरे तू होती थी ,
माँ अगर तू ना होती तो मेरा क्या होता /
जशनप्रीत सिंह
धनबाद (झारखण्ड)

11 Likes · 68 Comments · 1401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"कुछ अनकही"
Ekta chitrangini
पापा की बिटिया
पापा की बिटिया
Arti Bhadauria
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
" आशिकी "
Dr. Kishan tandon kranti
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
!! मैं उसको ढूंढ रहा हूँ !!
Chunnu Lal Gupta
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
Shubham Pandey (S P)
कविता
कविता
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#Secial_story
#Secial_story
*Author प्रणय प्रभात*
मेरा दुश्मन मेरा मन
मेरा दुश्मन मेरा मन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
दुनिया मे नाम कमाने के लिए
शेखर सिंह
महबूबा
महबूबा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
मुश्किल है बहुत
मुश्किल है बहुत
Dr fauzia Naseem shad
ये जीवन किसी का भी,
ये जीवन किसी का भी,
Dr. Man Mohan Krishna
कौन याद दिलाएगा शक्ति
कौन याद दिलाएगा शक्ति
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
दोहे
दोहे
Santosh Soni
पत्नी की पहचान
पत्नी की पहचान
Pratibha Pandey
6-जो सच का पैरोकार नहीं
6-जो सच का पैरोकार नहीं
Ajay Kumar Vimal
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
नवंबर की ये ठंडी ठिठरती हुई रातें
नवंबर की ये ठंडी ठिठरती हुई रातें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कितना ठंडा है नदी का पानी लेकिन
कवि दीपक बवेजा
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
आराधना
आराधना
Kanchan Khanna
तेरी जुस्तुजू
तेरी जुस्तुजू
Shyam Sundar Subramanian
कुछ पल
कुछ पल
Mahender Singh
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
Shekhar Chandra Mitra
प्रेम
प्रेम
Sanjay ' शून्य'
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
23/119.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/119.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
जाने  कैसे दौर से   गुजर रहा हूँ मैं,
जाने कैसे दौर से गुजर रहा हूँ मैं,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...