Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2018 · 1 min read

माँ

देखा नहीं स्वर्ग का सुख है
ईश्वर की सत्ता है कैसी।
पर देखी हमने निज आँखों
माँ है केवल माँ के जैसी।।

माँ होती है ठण्ड धूप की
ज्येष्ठ मास की रात चाँदनी।
मलयानिल की स्वस्थ कामना
वत्सलता की नित्य नदी-सी।।

माँ धरती सम क्षमा धारती
और वृक्ष की शीतल छाया।
माँ की ममता पाने खातिर
ईश्वर भी भू-तल पर आया।।

माँ प्रसन्न हो तभी ईश भी
हमको राह दिखाता है।
और नहीं तो जीवन भर वह
इधर -उधर भटकाता है।।

मंदिर की देवी से अच्छी
निज जननी को पाता हूँ।
इसीलिए उसकी सेवा का
अवसर नहीं गंवाता हूँ।।

मोती प्रसाद साहू
अल्मोड़ा

5 Likes · 33 Comments · 926 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
Shankar N aanjna
विचार और रस [ दो ]
विचार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
कुछ नही हो...
कुछ नही हो...
Sapna K S
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
डॉ.सीमा अग्रवाल
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
देव-कृपा / कहानीकार : Buddhsharan Hans
Dr MusafiR BaithA
पात कब तक झरेंगें
पात कब तक झरेंगें
Shweta Soni
कुछ
कुछ
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!!
होंगे ही जीवन में संघर्ष विध्वंसक...!!!!
Jyoti Khari
!! मुरली की चाह‌ !!
!! मुरली की चाह‌ !!
Chunnu Lal Gupta
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
जीवन में ईमानदारी, सहजता और सकारात्मक विचार कभीं मत छोड़िए य
Damodar Virmal | दामोदर विरमाल
जिसमें हर सांस
जिसमें हर सांस
Dr fauzia Naseem shad
"दो पल की जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
जब जब तेरा मजाक बनाया जाएगा।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
3139.*पूर्णिका*
3139.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"The Divine Encounter"
Manisha Manjari
मौसम आया फाग का,
मौसम आया फाग का,
sushil sarna
शिद्दत से की गई मोहब्बत
शिद्दत से की गई मोहब्बत
Harminder Kaur
दिल  धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
*नेताओं की धुआँधार भाषणबाजी (हास्य व्यंग्य)*
*नेताओं की धुआँधार भाषणबाजी (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
चुल्लू भर पानी में
चुल्लू भर पानी में
Satish Srijan
सर-ए-बाजार पीते हो...
सर-ए-बाजार पीते हो...
आकाश महेशपुरी
जंगल, जल और ज़मीन
जंगल, जल और ज़मीन
Shekhar Chandra Mitra
सामाजिक रिवाज
सामाजिक रिवाज
Anil "Aadarsh"
"शब्दों का सफ़र"
Dr. Kishan tandon kranti
रामजी कर देना उपकार
रामजी कर देना उपकार
Seema gupta,Alwar
नता गोता
नता गोता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
भूला नहीं हूँ मैं अभी भी
भूला नहीं हूँ मैं अभी भी
gurudeenverma198
Loading...