Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Nov 2018 · 1 min read

माँ

माँ

एक शब्द नही पूरा परिवार है ,
माँ सिर्फ माँ नही दैवीय अवतार है ।

माँ वो है जिससे पूरा संसार है
माँ बेटे का भविष्य और बेटी का संस्कार है ।।

माँ तेरा मेरा नही करती जो व्यापार है
माँ सबको देती है बराबर जो जिसका अधिकार है ।।

माँ जीवन का एक दर्पण है
जिसमे दिखता आपका आकार है ।।

माँ अभिलाषा है इच्छा है ऊंचाई है
माँ जीवन मे बनाया हुआ पूरा घर बार है ।।

माँ तो बस माँ होती है जिसकी ममता ही अपार है
माँ तो बस माँ होती है जिस पर टिका सारा परिवार है ।।

VKD #दिलतोड़

विजय कुमार धनखड़
नजफगढ़ नई दिल्ली

10 Likes · 55 Comments · 1204 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
लोगों के साथ सामंजस्य स्थापित करना भी एक विशेष कला है,जो आपक
Paras Nath Jha
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
*वो बीता हुआ दौर नजर आता है*(जेल से)
Dushyant Kumar
*आने-जाने का दुनिया में सदा सर्वदा क्रम है (मुक्तक)*
*आने-जाने का दुनिया में सदा सर्वदा क्रम है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
ईश्वर का अस्तित्व एवं आस्था
Shyam Sundar Subramanian
मन और मस्तिष्क
मन और मस्तिष्क
Dhriti Mishra
हम जंगल की चिड़िया हैं
हम जंगल की चिड़िया हैं
ruby kumari
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
*सुनकर खबर आँखों से आँसू बह रहे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मेरी भैंस को डण्डा क्यों मारा
मेरी भैंस को डण्डा क्यों मारा
gurudeenverma198
"अजीब फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
नग मंजुल मन मन भावे🌺🪵☘️🍁🪴
नग मंजुल मन मन भावे🌺🪵☘️🍁🪴
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
डॉ. नामवर सिंह की दृष्टि में कौन-सी कविताएँ गम्भीर और ओजस हैं??
कवि रमेशराज
टैगोर
टैगोर
Aman Kumar Holy
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
अनिल कुमार
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
मेंरे प्रभु राम आये हैं, मेंरे श्री राम आये हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
💐प्रेम कौतुक-431💐
💐प्रेम कौतुक-431💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ऐ ज़िन्दगी ..
ऐ ज़िन्दगी ..
Dr. Seema Varma
यादों की तुरपाई कर दें
यादों की तुरपाई कर दें
Shweta Soni
ऐसे भी मंत्री
ऐसे भी मंत्री
Dr. Pradeep Kumar Sharma
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
सनम
सनम
Satish Srijan
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
✍️फिर वही आ गये...
✍️फिर वही आ गये...
'अशांत' शेखर
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
प्यार हुआ कैसे और क्यूं
Parvat Singh Rajput
*संस्कारों की दात्री*
*संस्कारों की दात्री*
Poonam Matia
23/118.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/118.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद को ही हम
खुद को ही हम
Dr fauzia Naseem shad
#भाई_दूज
#भाई_दूज
*Author प्रणय प्रभात*
बिहार क्षेत्र के प्रगतिशील कवियों में विगलित दलित व आदिवासी चेतना
बिहार क्षेत्र के प्रगतिशील कवियों में विगलित दलित व आदिवासी चेतना
Dr MusafiR BaithA
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
पुराना साल जाथे नया साल आथे ll
Ranjeet kumar patre
मन के मंदिर में
मन के मंदिर में
Divya Mishra
Loading...