Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2018 · 1 min read

माँ बहुत याद आओगी तुम

माँ बहुत याद आयोगी तुम

माँ मेरी तुझसे इस जगत में पहचान
माँ तू जिंदगी में तो ,है मेरी मुस्कान

मैंने माँ कहना ही सीखा बचपन में
माँ मैं तो हूँ तेरा ही,देखले प्रतिमान

माँ तू ही मेरे लिये ममतामयी दुर्गा
तू ही मेरी शक्ति ,कर मेरा उत्थान

कोटि कोटि नमन करूँ माँ तुझको
तू ही है वीणा वाहिनी ,दे मुझे ज्ञान

सार्थक हुआ मेरा जीवन तुझसे माँ
तूझसे ही सीखा वेद और कुरआन

माँ तू तुलसी की रामायण मेरे लिए
माँ तू ही मीरा ग़ालिब और रसखान

तू माँ अंधेरो में मुझे रोशनी देती हुई
तू ही मेरी लिए है वेदों का व्याख्यान

माँ तू ही मेरी पहली गुरु बचपन की
माँ तू ही मेरी आत्मा का है आख्यान

करता माँ तेरी मैं प्रशँसा जमाने मेँ
तू है माँ मेरी भारत माँ जैसी महान

तेरा माँ जगत में है रूप ही अनोखा
तू माँ जगत में है मेरा ही स्वाभिमान

माँ तू मेरी डूबती नैया को पार लगती
तेरे बिना मेरी दुनियां हुई है माँ वीरान

माँ वो तेरी सुरीली मीठी लोरी सुनी है
तू त्रिलोको में है ,माँ गुणों की खान

तू ही मेरी हिंदी तू ही मेरी गुजराती
तुझपे मेरी श्रद्धा तू है मेरा हिंदुस्तान

मुझ अनाथ से हमदर्दी किसी को
गले लगाके कर, माँ मेरा कल्याण

माँ तू बहुत याद आएगी मुझकों
मेरी पुकार से गूजेंगे सारा जहान

अशोक सपड़ा हमदर्द की क़लम से दिल्ली से

461 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
श्रेष्ठों को ना
श्रेष्ठों को ना
DrLakshman Jha Parimal
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*सारा हिंदुस्तान है, मोदी का परिवार (कुंडलिया)*
*सारा हिंदुस्तान है, मोदी का परिवार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ये दुनिया घूम कर देखी
ये दुनिया घूम कर देखी
Phool gufran
खुद की अगर खुद से
खुद की अगर खुद से
Dr fauzia Naseem shad
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
हिंदीग़ज़ल में होता है ऐसा ! +रमेशराज
कवि रमेशराज
2925.*पूर्णिका*
2925.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
परिपक्वता (maturity) को मापने के लिए उम्र का पैमाना (scale)
Seema Verma
★HAPPY FATHER'S DAY ★
★HAPPY FATHER'S DAY ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
उगते हुए सूरज और ढलते हुए सूरज मैं अंतर सिर्फ समय का होता है
उगते हुए सूरज और ढलते हुए सूरज मैं अंतर सिर्फ समय का होता है
Annu Gurjar
दोहा छंद विधान
दोहा छंद विधान
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
"तुम भी काश चले आते"
Dr. Kishan tandon kranti
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
कोई किसी के लिए जरुरी नहीं होता मुर्शद ,
शेखर सिंह
💐प्रेम कौतुक-306💐
💐प्रेम कौतुक-306💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" आज़ का आदमी "
Chunnu Lal Gupta
ఇదే నా భారత దేశం.
ఇదే నా భారత దేశం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हिन्दी
हिन्दी
Bodhisatva kastooriya
राधा की भक्ति
राधा की भक्ति
Dr. Upasana Pandey
कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
कितना सुकून और कितनी राहत, देता माँ का आँचल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सनम  ऐसे ना मुझको  बुलाया करो।
सनम ऐसे ना मुझको बुलाया करो।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
यादों की सुनवाई होगी
यादों की सुनवाई होगी
Shweta Soni
* जिन्दगी *
* जिन्दगी *
surenderpal vaidya
आधुनिक भारत के कारीगर
आधुनिक भारत के कारीगर
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
यादों के छांव
यादों के छांव
Nanki Patre
फितरत
फितरत
Sidhartha Mishra
कभी चुभ जाती है बात,
कभी चुभ जाती है बात,
नेताम आर सी
हिडनवर्ग प्रपंच
हिडनवर्ग प्रपंच
मनोज कर्ण
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
Meera Thakur
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
मैं जान लेना चाहता हूँ
मैं जान लेना चाहता हूँ
Ajeet Malviya Lalit
Loading...