Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Nov 2018 · 1 min read

माँ,बस एक लकीर हूँ मैं

आपके आॅचल से उठती एक
अदृश्य सी सुगंध की मुरीद हूँ मैं।

सौम्य से चेहरे पर उठती हल्की सी
मुस्कान पर मुस्काती ख़ुशनसीब हूँ मैं ।

आँखों में बंद ,अश्कों के आईने में
झलकती तस्वीरों में से एक तस्वीर हूँ मै।

दुआ,पूजा,आशीष के हर एक गारे
ईंट से चुनी,आपकी एक प्राचीर हूँ मैं ।

सही गलत,अच्छे-बुरे का फ़र्क बतलाती
कड़ियों में गूँथी एक मज़बूत जंजीर हूँ मैं ।

आपकी शिक्षा की शिलाओं पर
घिसी ,चमकाई ,धारदार शमशीर हूँ मैं ।

नहीं देख सकती खुद को आपसे अलग ,
आप हैं जीवंत मूरत , छाया मात्र हूँ मैं ।

आपके अस्तित्व को उकेरने की तमीज़ नहीं मुझमें
आपके हाथों से खींची ,बस एक लकीर हूँ मैं ।

पल्लवी गोयल
थाने,महाराष्ट्र

10 Likes · 46 Comments · 584 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तुम्हे याद किये बिना सो जाऊ
तुम्हे याद किये बिना सो जाऊ
The_dk_poetry
💐Prodigy Love-42💐
💐Prodigy Love-42💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
धमकियां शुरू हो गई
धमकियां शुरू हो गई
Basant Bhagawan Roy
ढूंढें .....!
ढूंढें .....!
Sangeeta Beniwal
सत्य तो सीधा है, सरल है
सत्य तो सीधा है, सरल है
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
दोहे तरुण के।
दोहे तरुण के।
Pankaj sharma Tarun
ज़ीस्त के तपते सहरा में देता जो शीतल छाया ।
ज़ीस्त के तपते सहरा में देता जो शीतल छाया ।
Neelam Sharma
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
Sukoon
शेर
शेर
Monika Verma
पवित्र मन
पवित्र मन
RAKESH RAKESH
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं ,
Manju sagar
किसी शायर का ख़्वाब
किसी शायर का ख़्वाब
Shekhar Chandra Mitra
लौट कर न आएगा
लौट कर न आएगा
Dr fauzia Naseem shad
🔘सुविचार🔘
🔘सुविचार🔘
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*अविश्वसनीय*
*अविश्वसनीय*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुलेटप्रूफ गाड़ी
बुलेटप्रूफ गाड़ी
Shivkumar Bilagrami
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
ख़ाइफ़ है क्यों फ़स्ले बहारांँ, मैं भी सोचूँ तू भी सोच
Sarfaraz Ahmed Aasee
संत गाडगे संदेश 2
संत गाडगे संदेश 2
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
आए प्रभु करके कृपा , इतने दिन के बाद (कुंडलिया)
आए प्रभु करके कृपा , इतने दिन के बाद (कुंडलिया)
Ravi Prakash
■ दोहा :-
■ दोहा :-
*Author प्रणय प्रभात*
करारा नोट
करारा नोट
Punam Pande
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
तुम मेरे बादल हो, मै तुम्हारी काली घटा हूं
Ram Krishan Rastogi
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
तमन्ना थी मैं कोई कहानी बन जाऊॅ॑
तमन्ना थी मैं कोई कहानी बन जाऊॅ॑
VINOD CHAUHAN
*बदलना और मिटना*
*बदलना और मिटना*
Sûrëkhâ Rãthí
धार तुम देते रहो
धार तुम देते रहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
I want to tell you something–
I want to tell you something–
पूर्वार्थ
Loading...