Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Apr 2020 · 1 min read

मनुष्य तू बड़ा महान है

मनुष्य तू बड़ा महान तू सब गुणों की खान है
तू जो चाहे पर्वतों को तोड़ नदियों के रूख को मोड़ दे
अम्बर से उड़ान भर पाताल तक खोज करें
तेरी ही मुट्ठियों में बन्द यहा वेग हैं

तेरी ही क्षमता के बल पर पतवार चली
हर सम्भव प्रयास तेरे यहां विपदा टली
आज मार्ग से भटक गया है
अपने ही भंवर में अटक गया है
क्या काम किया नियम विरुद्ध
जो धरती मां को खटक गया है
जीवन के मूल्यों को पहचान
न करना कभी निराश मन

बन जा अधीर डटकर वीर
बाधा से पार चले वही परमवीर
मन के द्वार खोल दे
तारो को झकझोर कर
मलिनता धोकर देष छोड़
अपने कर्म को जान कर
कर प्रयास त्याग कर अभिमान
जरा तू खुद को पहचान

मनुष्य तू बड़ा महान है तू सब गुणों की खान है

Language: Hindi
7 Likes · 4 Comments · 1339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neha
View all
You may also like:
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
I am a little boy
I am a little boy
Rajan Sharma
2663.*पूर्णिका*
2663.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वीर बालिका
वीर बालिका
लक्ष्मी सिंह
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
तुम ही रहते सदा ख्यालों में
Dr Archana Gupta
पहले एक बात कही जाती थी
पहले एक बात कही जाती थी
DrLakshman Jha Parimal
घर घर रंग बरसे
घर घर रंग बरसे
Rajesh Tiwari
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
क़रार आये इन आँखों को तिरा दर्शन ज़रूरी है
Sarfaraz Ahmed Aasee
अहिल्या
अहिल्या
अनूप अम्बर
एक ही नारा एक ही काम,
एक ही नारा एक ही काम,
शेखर सिंह
क्या कहना हिन्दी भाषा का
क्या कहना हिन्दी भाषा का
shabina. Naaz
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
*किसी की जेब खाली है, किसी के पास पैसे हैं 【मुक्तक】*
*किसी की जेब खाली है, किसी के पास पैसे हैं 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
आज के बच्चों की बदलती दुनिया
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
-- नफरत है तो है --
-- नफरत है तो है --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
अदम गोंडवी
अदम गोंडवी
Shekhar Chandra Mitra
मन
मन
Punam Pande
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
[पुनर्जन्म एक ध्रुव सत्य] भाग–7
Pravesh Shinde
खुद के व्यक्तिगत अस्तित्व को आर्थिक सामाजिक तौर पर मजबूत बना
खुद के व्यक्तिगत अस्तित्व को आर्थिक सामाजिक तौर पर मजबूत बना
पूर्वार्थ
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
ना रहीम मानता हूँ मैं, ना ही राम मानता हूँ
VINOD CHAUHAN
'समय की सीख'
'समय की सीख'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
कई रंग देखे हैं, कई मंजर देखे हैं
कई रंग देखे हैं, कई मंजर देखे हैं
कवि दीपक बवेजा
* गीत कोई *
* गीत कोई *
surenderpal vaidya
मा शारदा
मा शारदा
भरत कुमार सोलंकी
#क्या_पता_मैं_शून्य_हो_जाऊं
#क्या_पता_मैं_शून्य_हो_जाऊं
The_dk_poetry
■ शायद...?
■ शायद...?
*Author प्रणय प्रभात*
मुझको मेरा हिसाब देना है
मुझको मेरा हिसाब देना है
Dr fauzia Naseem shad
गले लगा लेना
गले लगा लेना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Dr arun kumar शास्त्री
Dr arun kumar शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुरु-पूर्णिमा पर...!!
गुरु-पूर्णिमा पर...!!
Kanchan Khanna
Loading...