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9 Jul 2017 · 1 min read

मनभावन सावन


बूँदों का नृत्य
सोंधी मिट्टी महकी
हवा बहकी ।
#####################

मोर मचला
घन गाई गज़ल
नृत्य छलका ।
#######################

मोरनी मोर
घन घटा का शोर
मस्तानी भोर।
########################

कारे बदरा
लताओं का सेहरा
भीगे मनवा।
#########################

स्वाती की बूँदें
आसमान से कूदें
प्यास बुझा दें।

#######################

सावन आया
अवनी मन भाया
संतुष्टि लाया।
अपर्णा थपलियाल”रानू”
८.०७.२०१७

Language: Hindi
1263 Views
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