Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2019 · 1 min read

भारत माँ मुस्काई है ।

भारत माँ मुस्काई है ।

केसरिया घाटी महकी है
स्वर्ग भूमि हर्षाई है
ऋषि कश्यप की तपोभूमि पर
राष्ट्र ध्वजा लहराई है

भारत माँ मुस्काई है ।

घाटी में मचते तांडव से
वीरों के ताबूतों से
अब तक रोती रही सिसकती
भूल नहीं कुछ पाई है

भारत माँ मुस्काई है ।

सत्तर सालों से सहती सब
न्याय मांगती शीशों के
दर्द नहीं समझा था कोई
उर अन्तस की टीसों के
आज पुनः गर्वित है मस्तक
घड़ी सुहानी आई है

भारत माँ मुस्काई है ।

अमन चैन अब कायम होवे
रक्त पात की बात न हो
राष्ट्र धर्म हो मजहब केवल
बहके फिर जज़्बात न हों
करें सृजन नव काश्मीर का
स्वर्णिम वेला आई है

भारत माँ मुस्काई है ।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
1 Like · 503 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
अद्यावधि शिक्षा मां अनन्तपर्यन्तं नयति।
शक्ति राव मणि
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
सांवले मोहन को मेरे वो मोहन, देख लें ना इक दफ़ा
The_dk_poetry
LIFE has many different chapters. One bad chapter does not m
LIFE has many different chapters. One bad chapter does not m
आकांक्षा राय
मुरली कि धुन
मुरली कि धुन
Anil chobisa
"छलनी"
Dr. Kishan tandon kranti
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
आधुनिक समाज (पञ्चचामर छन्द)
नाथ सोनांचली
*मिठाई को भी विष समझो, अगर अपमान से आई (मुक्तक)*
*मिठाई को भी विष समझो, अगर अपमान से आई (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बादल
बादल
Shankar suman
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
भर मुझको भुजपाश में, भुला गई हर राह ।
Arvind trivedi
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
सत्य से सबका परिचय कराएं आओ कुछ ऐसा करें
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गुज़िश्ता साल
गुज़िश्ता साल
Dr.Wasif Quazi
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
उसे कमज़ोर नहीं कह सकते
उसे कमज़ोर नहीं कह सकते
Dr fauzia Naseem shad
सुनो - दीपक नीलपदम्
सुनो - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
~~~~~~~~~~~~~~
~~~~~~~~~~~~~~
Hanuman Ramawat
इश्क वो गुनाह है
इश्क वो गुनाह है
Surinder blackpen
नई बहू
नई बहू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"ज्ञ " से ज्ञानी हम बन जाते हैं
Ghanshyam Poddar
रिश्ते
रिश्ते
विजय कुमार अग्रवाल
शीर्षक तेरी रुप
शीर्षक तेरी रुप
Neeraj Agarwal
मेरे हमसफ़र ...
मेरे हमसफ़र ...
हिमांशु Kulshrestha
Tapish hai tujhe pane ki,
Tapish hai tujhe pane ki,
Sakshi Tripathi
आहटें तेरे एहसास की हवाओं के साथ चली आती हैं,
आहटें तेरे एहसास की हवाओं के साथ चली आती हैं,
Manisha Manjari
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
ऋषि मगस्तय और थार का रेगिस्तान (पौराणिक कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
हर पल ये जिंदगी भी कोई ख़ास नहीं होती।
Phool gufran
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
लक्ष्य जितना बड़ा होगा उपलब्धि भी उतनी बड़ी होगी।
Paras Nath Jha
23/121.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/121.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नन्हें बच्चे को जब देखा
नन्हें बच्चे को जब देखा
Sushmita Singh
Loading...