Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Apr 2019 · 1 min read

*** भक्ति गीत ***

।। भक्ति गीत ।।
***मैया तेरे द्वार कब से मैं खड़ी हूँ
कर दे तू कृपा दर्शन को तरसी हूँ
सुन ले तू पुकार ! विनती लिये खड़ी हूँ
आँचल फैला तेरे चरणों में पड़ी हूँ
???????????
भर दे झोली मेरी माँ किधर जाऊंगी
जिधर जाऊँगी माँ उधर पाऊँगी
दरश तेरी महिमा का गुण गाऊँगी
????????????
सारे कष्टों को पल में मिटा जायेगी
मन में आशा की ज्योति जला जायेगी
झोली भर के वहां से चली जायेगी
????????????
रह ना जाये मुरादें पूरी कर जायेगी
सारे भक्तों को दर्शन दे जायेगी
खुशियों से दामन भर जायेगी
????????????
स्वरचित मौलिक रचना ??
***जय माता दी ***
*शशिकला व्यास ***
# भोपाल मध्यप्रदेश #

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 308 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मंहगाई  को वश में जो शासक
मंहगाई को वश में जो शासक
DrLakshman Jha Parimal
लबो पे तबस्सुम निगाहों में बिजली,
लबो पे तबस्सुम निगाहों में बिजली,
Vishal babu (vishu)
तुम्हें भूल नहीं सकता कभी
तुम्हें भूल नहीं सकता कभी
gurudeenverma198
।। निरर्थक शिकायतें ।।
।। निरर्थक शिकायतें ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
यह दुनिया भी बदल डालें
यह दुनिया भी बदल डालें
Dr fauzia Naseem shad
अंत में पैसा केवल
अंत में पैसा केवल
Aarti sirsat
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
हज़ारों चाहने वाले निभाए एक मिल जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
दास्ताने-इश्क़
दास्ताने-इश्क़
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
33 लयात्मक हाइकु
33 लयात्मक हाइकु
कवि रमेशराज
प्यार समंदर
प्यार समंदर
Ramswaroop Dinkar
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
🌹थम जा जिन्दगी🌹
🌹थम जा जिन्दगी🌹
Dr Shweta sood
बलिदान
बलिदान
लक्ष्मी सिंह
मिल ही जाते हैं
मिल ही जाते हैं
Surinder blackpen
आगोश में रह कर भी पराया रहा
आगोश में रह कर भी पराया रहा
हरवंश हृदय
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
अंतर्राष्ट्रीय जल दिवस
डॉ.सीमा अग्रवाल
अहंकार
अहंकार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कर्मगति
कर्मगति
Shyam Sundar Subramanian
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
कवि दीपक बवेजा
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बच्चे (कुंडलिया )
बच्चे (कुंडलिया )
Ravi Prakash
#मंगलकामनाएं
#मंगलकामनाएं
*Author प्रणय प्रभात*
इंतजार करो
इंतजार करो
Buddha Prakash
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
कई जीत बाकी है कई हार बाकी है, अभी तो जिंदगी का सार बाकी है।
Vipin Singh
रक्तदान
रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ख्वाबों में मेरे इस तरह न आया करो
ख्वाबों में मेरे इस तरह न आया करो
Ram Krishan Rastogi
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
2778. *पूर्णिका*
2778. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"प्रतिष्ठा"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...