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21 Dec 2017 · 1 min read

बेटे मेहमान हो गये,

बेटे मेहमान हो गये,
यूँ कन्यादान हो गये

जिनके पास न थी बेटी
वो घर वीरान हो गये

बेटी समझदार कितनी
बेटे नादान हो गये

रीत पुरानी यूँ बदलीं
दोहरे ईमान हो गये

‘वक़्त ‘अर्चना’यूँ बदला
खत्म खानदान हो गये

20-12-2017
डॉ अर्चना गुप्ता

592 Views
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