बेटी मेरी प्यारी
बेटी मेरी प्यारी
बेटी जब मुस्काती मेरी।।
दिल की बगिया खिल जाती मेरी।।
तुतली बातों में बहुत मजा है,,
पीछे संग दौड़े सासू मेरी।।
मेरे घर आँगन का खिलौना,,
फूल की डाली है बेटी मेरी।।
फूलों सी मुस्कुराती सदा वो,,
अपनो के बीच मैं बेटी मेरी।।
चंचल चपल सलोनी है वो,,
नटखट शर्मीली बेटी मेरी।।
नाना नानी दादा दादी सबकी चहेती,,
पालन लालन की बेटी मेरी।।
हाथों में मेंहदी रचाके घूमे,,
यहाँ वहाँ न्यारी बेटी मेरी।।
छोटी सी गगरी ले पनघट जाने,,
की जिद करती है बेटी मेरी।।
बहुत ही कोमल उसकी उंगली,,
नाजुक सी कली है बेटी मेरी।।
सखी सहेलियों संग करे हँसी ठिठौली,,
पापा की उंगली पकड़ घूमे बेटी मेरी।।
बड़ी भोली प्यारी न्यारी सी है,,
बिटिया लिशिका बेटी मेरी।।
गायत्री सोनु जैन