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3 Jun 2020 · 1 min read

बाज बनकर अब मिलेंगे कुछ परिंदे देखना

बाज बनकर अब मिलेंगे कुछ परिंदे देखना
है इरादा आसमां छू के रहेंगे देखना

ज़िंदगी में अपना मकसद पाना ही है ज़िंदगी
हौसला इतना बढ़ा के मर मिटेंगे देखना

ऊँट करवट किस तरफ ले और बैठेगा कहाँ
जो दबे थे राज़ सबके अब खुलेंगे देखना

बस्तियाँ जब जल रही थी लग रहे थे कहकहे
ज़द में आए उनके घर भी अब जलेंगे देखना

इस कदर जख्मी किया है क्या बताएं हम तुम्हें
हम खिज़ा के मौसमों में भी खिलेंगे देखना

3 Likes · 2 Comments · 310 Views
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