Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2020 · 1 min read

” बसन्त है आयो “

कोपल नवल, जु पात नवीनहुँ, पाइ के पादप-वृन्द सिहायौ,
अँबुअन पाँति ठाँढ़ि बौराइ, जु नीम कहइ कटु बानि बिसारौ।।

कहुँ अलिवृन्द फिरैं अलमस्त, जु सोँधि परागन उर भरमायो,
नृत्य करैं तितलिन सँग झूमि, खिलत सब पुष्प जु मन हरषायो।

बिहँसत फूलि कै सरसौँ कहूँ, कहुँ टेसुन रँग मुदित मन म्हारो,
जौबन भार सुँ गेहुँ लजात, चना कछु सोचि मनहिँ मुसकायो।

कूकि कै कोकिल कहति कछू, कहुँ “पीयु कहाँ” हिय अगन लगायो,
नाचि मयूर मलँग, लगै सँग गोपिन, कान्हा है रास रचायो।

जोहत बाट जु बिरहन पाइ, पिया सुख आज बरनि नहिं जायो,
दिवस न चैन, न नीँदहु रैन, कितै दिन बाद हूँ दरसन पायो।

बाजत मदन मृदँग कहूँ, कोउ मिलन को गीत सुनावत प्यारो,
नाचत कोउ मगन ह्वै, झाँझ-मँजीरा बजावत लागत न्यारो।

उड़त अबीर-गुलाल कहूँ, सखि साँच माँ लागि “बसन्त है आयो”,
मास हैं “आशा” कितैक भले, मधुमास सो मास न दूजहि पायो..!

रचयिता-
Dr.Asha Kumar Rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M 9415559964

Language: Hindi
Tag: गीत
13 Likes · 17 Comments · 1097 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
*नहीं चाहता जन्म मरण का, फिर इस जग में फेरा 【भक्ति-गीत】*
*नहीं चाहता जन्म मरण का, फिर इस जग में फेरा 【भक्ति-गीत】*
Ravi Prakash
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
पंखों को मेरे उड़ान दे दो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
वह मेरे किरदार में ऐब निकालता है
कवि दीपक बवेजा
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
बदल डाला मुझको
बदल डाला मुझको
Dr fauzia Naseem shad
मैं भारत हूं
मैं भारत हूं
Ms.Ankit Halke jha
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
जल जंगल जमीन जानवर खा गया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
तड़ाग के मुँह पर......समंदर की बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"स्कूल चलो अभियान"
Dushyant Kumar
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
किसी को दिल में बसाना बुरा तो नहीं
Ram Krishan Rastogi
रे ज़िन्दगी
रे ज़िन्दगी
Jitendra Chhonkar
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
"इतिहास गवाह है"
Dr. Kishan tandon kranti
.....,
.....,
शेखर सिंह
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
बड़ी मुद्दत से हम तेरा इंतजार करते थे
Vaishaligoel
अपने दिल की कोई जरा,
अपने दिल की कोई जरा,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
■ आज का आखिरी शेर।
■ आज का आखिरी शेर।
*Author प्रणय प्रभात*
थोपा गया कर्तव्य  बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
थोपा गया कर्तव्य बोझ जैसा होता है । उसमें समर्पण और सेवा-भा
Seema Verma
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
मुझे हर वो बच्चा अच्छा लगता है जो अपनी मां की फ़िक्र करता है
Mamta Singh Devaa
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
इक्कीस मनकों की माला हमने प्रभु चरणों में अर्पित की।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
आओ हम मुहब्बत कर लें
आओ हम मुहब्बत कर लें
Shekhar Chandra Mitra
चाँद से मुलाकात
चाँद से मुलाकात
Kanchan Khanna
2510.पूर्णिका
2510.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आज का चयनित छंद
आज का चयनित छंद"रोला"अर्ध सम मात्रिक
rekha mohan
कुश्ती दंगल
कुश्ती दंगल
मनोज कर्ण
व्हाट्सएप युग का प्रेम
व्हाट्सएप युग का प्रेम
Shaily
*** हमसफ़र....!!! ***
*** हमसफ़र....!!! ***
VEDANTA PATEL
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
Loading...