बड़ा परिवार
बड़े परिवार में बड़ा झमेला
सब आराम करें पीसे अकेला
झगड़ा- फसाद चलता हमेशा
धीरे-धीरे बन जाता रोज का पेशा
सुख चैन सब छिन जाये
जीवन स्तर नीचे गिर जाये
सब की जरूरतें पूरी ना हो पाये
परिवार के मुखिया पर दोष आये
कभी कभी गु्स्से में खोवे आपा
तनाव से जल्द आवे बुढ़ापा
आलसी बनते सब दिन प्रतिदिन
बैठे-बैठे करते अपना मन खिन्न
छोटे परिवार में चैन से रहना
मिलेंगे शादी -त्योहार में ये कहना।
नूरफातिमा खातून नूरी
जिला -कुशीनगर