Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2018 · 1 min read

फतह होगी यकीनन

आफतें यूँ ही न आईं कुछ वजह होगी यकीनन|
रात का पैगाम है ये कल सुबह होगी यकीनन|
++
मन्जिलें कुछ दूर हैं ये रास्ते मुश्किल भी लेकिन,
हौंसले परवाज पर हैं तो फतह होगी यकीनन|
++
हद हुई खामोशियों की,क्यों न फिर तुफान आये,
हाशिये पन्नों पे लौटे अब जिरह होगी यकीनन|
++
आग पानी की तरह है आजकल अपनी अदावत,
दूरियां दिखतीं रहेंगी पर सुलह होगी यकीनन|
++
खुद फना हो करके मौजें साहिलों को चूम लेतीं,
जीत अपनी भी’मनुज’अब इस तरह होगी यकीनन|

4 Likes · 313 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
sushil sarna
मानवता हमें बचाना है
मानवता हमें बचाना है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ले चल मुझे भुलावा देकर
ले चल मुझे भुलावा देकर
Dr Tabassum Jahan
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
मेरे दिल से उसकी हर गलती माफ़ हो जाती है,
Vishal babu (vishu)
*जमीं भी झूमने लगीं है*
*जमीं भी झूमने लगीं है*
Krishna Manshi
चरचा गरम बा
चरचा गरम बा
Shekhar Chandra Mitra
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
हमनें अपना
हमनें अपना
Dr fauzia Naseem shad
हौसले से जग जीतता रहा
हौसले से जग जीतता रहा
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
Er. Sanjay Shrivastava
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर
Radhakishan R. Mundhra
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
लोहा ही नहीं धार भी उधार की उनकी
Dr MusafiR BaithA
💐अज्ञात के प्रति-108💐
💐अज्ञात के प्रति-108💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
वफ़ा के बदले हमें वफ़ा न मिला
Keshav kishor Kumar
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
यूँ तो समुंदर बेवजह ही बदनाम होता है
'अशांत' शेखर
"बर्बादी का बीज"
Dr. Kishan tandon kranti
■ पूछती है दुनिया ..!!
■ पूछती है दुनिया ..!!
*Author प्रणय प्रभात*
मत पूछो मुझ पर  क्या , क्या  गुजर रही
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही
श्याम सिंह बिष्ट
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
लहरे बहुत है दिल मे दबा कर रखा है , काश ! जाना होता है, समुन
Rohit yadav
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
पत्नी
पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
कल्पनाओं की कलम उठे तो, कहानियां स्वयं को रचवातीं हैं।
कल्पनाओं की कलम उठे तो, कहानियां स्वयं को रचवातीं हैं।
Manisha Manjari
जय माता दी
जय माता दी
Raju Gajbhiye
*
*"शिव आराधना"*
Shashi kala vyas
*घूम रहे जो रिश्वत लेकर, अपना काम कराने को (हिंदी गजल)*
*घूम रहे जो रिश्वत लेकर, अपना काम कराने को (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
!! वो बचपन !!
!! वो बचपन !!
Akash Yadav
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
Satyaveer vaishnav
पढ़ना जरूर
पढ़ना जरूर
पूर्वार्थ
Loading...