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2 Sep 2016 · 1 min read

प्रेम

प्रेम

आओे करे प्रेम इस जग में चाँद और सूरज जैसा
तू ढूंढे बन चाँद पूनम तो कभी अमावस्या जैसा
मैं बन सूरज तड्पु याद में, दहकता अंगारे जैसा
तरसे दीदार मैं दूजे के खेले-खेल आँखमिचोली जैसा

+++++ डी. के. निवातियाँ +++++

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Comments · 279 Views
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