Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2017 · 1 min read

प्रेम जीवन धन गया

बुढ़ापा अनुभव से सीखा, हँसा ज्ञानी बन गया |
नहीं समझा, भ्रमित हो, माया में निश्चय सन गया |
सीख लेते वही जन ,नायक बनें “नायक बृजेश”|
जो न सँभले,दुख में डूबे, प्रेम जीवन धन गया |

बृजेश कुमार नायक
“जागा हिंदुस्तान चाहिए” एवं “क्रौंच सुऋषि आलोक” कृतियों के प्रणेता

Language: Hindi
508 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
मैं पलट कर नही देखती अगर ऐसा कहूँगी तो झूठ कहूँगी
ruby kumari
'अकेलापन'
'अकेलापन'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
"सन्देशा भेजने हैं मुझे"
Dr. Kishan tandon kranti
हाजीपुर
हाजीपुर
Hajipur
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
फ़िलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष: इसकी वर्तमान स्थिति और भविष्य में शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
कोयल कूके
कोयल कूके
Vindhya Prakash Mishra
त्याग
त्याग
Punam Pande
ईश्वर, कौआ और आदमी के कान
ईश्वर, कौआ और आदमी के कान
Dr MusafiR BaithA
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*Author प्रणय प्रभात*
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
कब तक जीने के लिए कसमे खायें
पूर्वार्थ
वक्त हो बुरा तो …
वक्त हो बुरा तो …
sushil sarna
मां
मां
Sûrëkhâ Rãthí
सुबह की आहटें
सुबह की आहटें
Ranjana Verma
,,,,,
,,,,,
शेखर सिंह
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
बेमतलब सा तू मेरा‌, और‌ मैं हर मतलब से सिर्फ तेरी
Minakshi
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
साधना से सिद्धि.....
साधना से सिद्धि.....
Santosh Soni
अंधों के हाथ
अंधों के हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
स्याह रात मैं उनके खयालों की रोशनी है
स्याह रात मैं उनके खयालों की रोशनी है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
23/74.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/74.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
Rashmi Sanjay
ऐसे हैं हमारे राम
ऐसे हैं हमारे राम
Shekhar Chandra Mitra
Tum hame  nist-ee nabut  kardo,
Tum hame nist-ee nabut kardo,
Sakshi Tripathi
पाँच सितारा, डूबा तारा
पाँच सितारा, डूबा तारा
Manju Singh
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
दो दिन का प्यार था छोरी , दो दिन में ख़त्म हो गया |
The_dk_poetry
शहीदों के लिए (कविता)
शहीदों के लिए (कविता)
दुष्यन्त 'बाबा'
नया विज्ञापन
नया विज्ञापन
Otteri Selvakumar
काश कभी ऐसा हो पाता
काश कभी ऐसा हो पाता
Rajeev Dutta
Loading...