Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2016 · 1 min read

साक्षात्कार

झूठ बोल सकते हो ?
नहीं साहब l

चोरों लुटेरों की मदद कर सकते हो ?
नहीं साहब l

किसी निर्दोष और लाचार को सता सकते हो ?
नहीं साहब l

तो राजनीति में आने का सपना,
पूरी तरह भूल जाओ l
ऐसा करो, कुछ दिन,
दरोगा जी के साथ बिताओ l
बाद में आकर हाल बता जाना,
जब सब कुछ सीख जाओ,
तो राजनीति में आ जाना l

(सर्वाधिकार सुरक्षित)

– राजीव ‘प्रखर’
मुरादाबाद
मो. 8941912642

Language: Hindi
1004 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Loneliness in holi
Loneliness in holi
Ankita Patel
कुछ मत कहो
कुछ मत कहो
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
संत गाडगे सिध्दांत
संत गाडगे सिध्दांत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
We host the flag of HINDI FESTIVAL but send our kids to an E
DrLakshman Jha Parimal
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
मुफ्त राशन के नाम पर गरीबी छिपा रहे
VINOD CHAUHAN
यह रंगीन मतलबी दुनियां
यह रंगीन मतलबी दुनियां
कार्तिक नितिन शर्मा
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
#परिहास
#परिहास
*Author प्रणय प्रभात*
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
आता सबको याद है, अपना सुखद अतीत।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
लैला लैला
लैला लैला
Satish Srijan
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
अपनी ही हथेलियों से रोकी हैं चीख़ें मैंने
पूर्वार्थ
एक सच
एक सच
Neeraj Agarwal
*दुर्गा अंबे रानी, पधारो लेकर नन्हे पॉंव (गीत)*
*दुर्गा अंबे रानी, पधारो लेकर नन्हे पॉंव (गीत)*
Ravi Prakash
*अलविदा तेईस*
*अलविदा तेईस*
Shashi kala vyas
उन से कहना था
उन से कहना था
हिमांशु Kulshrestha
खिलते फूल
खिलते फूल
Punam Pande
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
Er. Sanjay Shrivastava
एक और सुबह तुम्हारे बिना
एक और सुबह तुम्हारे बिना
Surinder blackpen
एक गिलहरी
एक गिलहरी
अटल मुरादाबादी, ओज व व्यंग कवि
मेरा शहर
मेरा शहर
विजय कुमार अग्रवाल
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
बुंदेली दोहा- चिलकत
बुंदेली दोहा- चिलकत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता
जानबूझकर कभी जहर खाया नहीं जाता
सौरभ पाण्डेय
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
वैश्विक जलवायु परिवर्तन और मानव जीवन पर इसका प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
23/71.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/71.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पर्दाफाश
पर्दाफाश
Shekhar Chandra Mitra
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
"जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन
Dushyant Kumar
Loading...