Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 May 2016 · 1 min read

न प्यार का अब समझते मतलब

न प्यार का अब समझते मतलब न भावनाओं को देखते हैं
तभी तो रिश्तों में आज इतनी पड़ी दरारों को देखते हैं

यूँ हार कर भी हमारे दिल में न जीत की आग बुझ
सकी है
दबे हुये है जो राख में हम उन्हीं शरारों को देखते हैं

बुरे समय में वो टूट कर के निराश होते न ज़िन्दगी से
जो पतझरों मे भी ढूंढ कर के यहाँ बहारों को देखते हैं

दिमाग से सोचते नहीं हैं चले ही जाते हैं पीछे पीछे
जहाँ में ये भेड़ चाल चलते यहाँ करोङों को देखते हैं

ये अर्चना ज़िन्दगी समन्दर न डूबते हैं न हम उबरते
कभी सिमटते कभी बिखरते यहाँ किनारों को देखते हैं

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र)

799 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
यह तो अब तुम ही जानो
यह तो अब तुम ही जानो
gurudeenverma198
Ram
Ram
Sanjay ' शून्य'
तुझे नेकियों के मुँह से
तुझे नेकियों के मुँह से
Shweta Soni
मिलन
मिलन
Bodhisatva kastooriya
वो सब खुश नसीब है
वो सब खुश नसीब है
शिव प्रताप लोधी
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
हिय जुराने वाली मिताई पाना सुख का सागर पा जाना है!
Dr MusafiR BaithA
अपना गाँव
अपना गाँव
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
एकांत मन
एकांत मन
TARAN VERMA
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al
पूर्वार्थ
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
एतमाद नहीं करते
एतमाद नहीं करते
Dr fauzia Naseem shad
तू रुक ना पायेगा ।
तू रुक ना पायेगा ।
Buddha Prakash
3242.*पूर्णिका*
3242.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शहज़ादी
शहज़ादी
Satish Srijan
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Dr. Sunita Singh
धर्म बनाम धर्मान्ध
धर्म बनाम धर्मान्ध
Ramswaroop Dinkar
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
पोता-पोती बेटे-बहुएँ,आते हैं तो उत्सव है (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
बारिश
बारिश
Punam Pande
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
वतन हमारा है, गीत इसके गाते है।
सत्य कुमार प्रेमी
সিগারেট নেশা ছিল না
সিগারেট নেশা ছিল না
Sakhawat Jisan
मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं
मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं
प्रेमदास वसु सुरेखा
चिंतन
चिंतन
ओंकार मिश्र
"बोलती आँखें"
पंकज कुमार कर्ण
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
◆ आज का दोहा।
◆ आज का दोहा।
*Author प्रणय प्रभात*
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
बंदूक से अत्यंत ज़्यादा विचार घातक होते हैं,
शेखर सिंह
Loading...