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20 Sep 2017 · 1 min read

खन खनाने की बात आए गी

ग़ज़ल
******
जब भी शीशे की बात आएगी
टूट जाने की बात आएगी
?????
टूट जायेगा दिल तेरा फिर भी
मुस्कुराने की बात आएगी
???????
वो न आएगा अपने वादे पर
गर निभाने की बात आएगी
?????
याद आएगा वो सनम मेरा
जब सताने की बात आएगी
????????
डर रहा हूँ मैं हक़ बयानी से
रूठ जाने की बात आएगी
???????
इसलिए मैं ग़ज़ल नही पढ़ता
गुनगुनाने की बात आएगी
????????
पास आऊँ न सोच कर मैं ये
दूर जाने की बात आएगी
?????????
याद आएँगी कनखियाँ उनकी
जब इशारे की बात आएगी
?????????
जिक्रे दिल रहने दो मियाँ मुझसे
जख़्म छाले की बात आएगी
????????
लाठियाँ लेके दौडे़ंगे बेटे
जब गुजारे की बात आएगी
???????
खोटे सिक्कों के सामने “प्रीतम”
खन खनाने की बात आएगी
?????????
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती(उ०प्र०)
18/09/2017

461 Views
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