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8 Jan 2018 · 1 min read

नील छंद ~ आराधना

शिल्प :~(5भगण+गुरु)
211,211,211,211,211,2
१६ वर्ण, ४ चरण , २ – २ चरण सम तुकान्त
—————————————————-
नाथ अनाथन के सब कष्ट सदा हरते।
पूरन कारज दास प्रभू सिगरे करते।।
आस लगाय खड़ा दर दीन सुधार करो।
दान दया अब देकर के दुख वेग हरो।।
—————————————–
कौशल कुमार पाण्डेय “आस”
दि०- ८ जनवरी २०१८,चन्द्रवार।
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Language: Hindi
510 Views
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