नवबर्ष गीत
गीत
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नवबर्ष का इस तरह आधार हो ।
प्यार ही बस प्यार ही बस प्यार हो ।
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पुष्प, चन्दन की महक आँगन बसे ।
नव हर्ष औ नव तराना मन बसे ।
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सप्त रंगों में सना श्रृंगार हो ।
नवबर्ष का. …………..
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सफलता भी चूम ले प्यारे कदम।
न हो आँखें कभी भी आपकी नम।
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हँसता हुआ यूँ आपका परिवार हो ।
नवबर्ष का इस. ………….
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ईश्वर कृपा से स्वस्थ हो, दौलत रहे ।
अच्छे कर्म में मन हमेशा रत रहे ।
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घर बहारों की सदा भरमार हो ।
नवबर्ष का इस तरह आधार हो ।
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——@विवेक आस्तिक – – – – –