नर है या कि मादा
लटक मटकती चाल गजब है समझूँ आधा आधा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
पैरों में हैं बाल बहुत पर हाथों में हैं चूड़ी,
जाने कौन सी विपदा है,जाने कैसी मजबूरी,
किसन कन्हैया जैसे गाए, नाचे जैसे राधा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
मस्तक पे टिका सोहे और सर पे लंबी चोटी,
नजरों पे काले काजल पर दाढ़ी भी है छोटी,
कैसे कह दूँ ज्ञात मुझे वो, कैसे कर दूँ वादा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
सच है बिंदी ना भालों पे, ना मांगों पे है सिंदूर,
फिर क्यों शैम्पू सेंट के आगे ये हो जाता है मजबूर,
आईने पे बैठा रहता, दिवस बिताए ज्यादा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
लड़कों के ना हाव भाव औ इनका साथ न भाय,
कोई तो हल कर दे गुत्थी, कर दे नए उपाय,
क्या चाहे वो विदित नहीं, अज्ञात है कोई इरादा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
ये बात सही है दिखने में लगता तो है वो नर,
पर आचार नारी सम इसका , हो कोई किन्नर,
क्या नर का तन है पर मन नारी होने को आमादा?
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
है ईश्वर अब तू हीं जाने अदभुत तेरी माया?
धूप अगर हो धूप कहूँ मैं और साया को छाया,
इन जैसों को जान न पाऊं, नर मैं सीधा सादा,
अति कठिन ये प्रश्न है भैया , वो नर है या मादा?
अजय अमिताभ सुमन
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