Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Dec 2016 · 1 min read

“नया साल”

नया साल दहलीज पे,खङा रहा है बोल।
सूरज बांटे रोशनी,चित के पट को खोल।।
चित के पट को खोल,अन्धेरे डर कर भागेंगे।
सोये हुये हैं भाग्य तेरे तो वो भी जागेंगे।।
कह श्री कविराय,यहां सब होगें अब खुशहाल,
सबकी खातिर खुशियां लेकर आया है नया साल।।

Language: Hindi
268 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
खेल रहे अब लोग सब, सिर्फ स्वार्थ का खेल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh
तुम न समझ पाओगे .....
तुम न समझ पाओगे .....
sushil sarna
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
#लघुकविता-
#लघुकविता-
*Author प्रणय प्रभात*
"कारोबार"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रणय 10
प्रणय 10
Ankita Patel
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
अहंकार और अधंकार दोनों तब बहुत गहरा हो जाता है जब प्राकृतिक
Rj Anand Prajapati
नसीब में था अकेलापन,
नसीब में था अकेलापन,
Umender kumar
वक्त
वक्त
Astuti Kumari
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
अनवरत....
अनवरत....
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
राह नीर की छोड़
राह नीर की छोड़
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
**हो गया हूँ दर बदर चाल बदली देख कर**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
स्त्री श्रृंगार
स्त्री श्रृंगार
विजय कुमार अग्रवाल
prAstya...💐
prAstya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हम और तुम
हम और तुम
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
3291.*पूर्णिका*
3291.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
फितरत कभी नहीं बदलती
फितरत कभी नहीं बदलती
Madhavi Srivastava
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
Dr.Rashmi Mishra
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
तूं ऐसे बर्ताव करोगी यें आशा न थी
Keshav kishor Kumar
सम पर रहना
सम पर रहना
Punam Pande
केहरि बनकर दहाड़ें
केहरि बनकर दहाड़ें
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुक़्तज़ा-ए-फ़ितरत
मुक़्तज़ा-ए-फ़ितरत
Shyam Sundar Subramanian
दोहे- अनुराग
दोहे- अनुराग
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
I've learned the best way to end something is to let it star
I've learned the best way to end something is to let it star
पूर्वार्थ
जिस्म से रूह को लेने,
जिस्म से रूह को लेने,
Pramila sultan
मुहब्बत का घुट
मुहब्बत का घुट
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
Loading...