Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2019 · 1 min read

धरती के भगवान

”अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट बता रही है कि आपके जुड़वा बच्चे हैं, सिजेरियन केस है, आप कम से कम ₹ एक लाख का इंतजाम रखें और हां ज्यादा देर मत करना, वरना जच्चा-बच्चा तीनों खतरे से खाली नहीं हैं।”

डॉक्टर का अल्टीमेटम सुनकर महेश कुछ ही देर बाद रुपयों का इंतजाम कर लाया। क्योंकि उसे जच्चा और बच्चा तीनों ही चाहिए थे। रुपये जमा कराने के साथ ही महेश को सर्जरी का लंबा पर्चा थमा दिया गया। मेडिकल स्टोर पर सामान निकलवा ही रहा था, इतने में उसकी भाभी दौड़ी आई ”भइया! बधाई हो, बेटा हुआ है।” फिर कोई 15 मिनट बाद मालूम हुआ कि एक बेटी भी हुई है। अब बारी थी दोनों बच्चों को नर्सरी में रखने की। जमा रकम को नर्सरी चार्ज में बदल दिया गया। धरती के कथित भगवानों का असली चेहरा उसकी आंखों के सामने बार-बार उभर रहा था।

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 366 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमारा प्रेम
हमारा प्रेम
अंजनीत निज्जर
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
कुछ लोग बहुत पास थे,अच्छे नहीं लगे,,
Shweta Soni
हे नाथ कहो
हे नाथ कहो
Dr.Pratibha Prakash
दो जिस्म एक जान
दो जिस्म एक जान
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
अकेले मिलना कि भले नहीं मिलना।
डॉ० रोहित कौशिक
2747. *पूर्णिका*
2747. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
धरती मेरी स्वर्ग
धरती मेरी स्वर्ग
Sandeep Pande
"तब पता चलेगा"
Dr. Kishan tandon kranti
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
धरा पर लोग ऐसे थे, नहीं विश्वास आता है (मुक्तक)
धरा पर लोग ऐसे थे, नहीं विश्वास आता है (मुक्तक)
Ravi Prakash
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
क्या करते हो?
क्या करते हो?
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
सुंदर शरीर का, देखो ये क्या हाल है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
उसकी ग़मी में यूँ निहाँ सबका मलाल था,
उसकी ग़मी में यूँ निहाँ सबका मलाल था,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
ਸੰਵਿਧਾਨ ਦੀ ਆਤਮਾ
विनोद सिल्ला
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
gurudeenverma198
साईकिल दिवस
साईकिल दिवस
Neeraj Agarwal
वैर भाव  नहीं  रखिये कभी
वैर भाव नहीं रखिये कभी
Paras Nath Jha
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
हल्की हल्की सी हंसी ,साफ इशारा भी नहीं!
Vishal babu (vishu)
कोई भोली समझता है
कोई भोली समझता है
VINOD CHAUHAN
आफ़ताब
आफ़ताब
Atul "Krishn"
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
कभी-कभी दिल को भी अपडेट कर लिया करो .......
कभी-कभी दिल को भी अपडेट कर लिया करो .......
shabina. Naaz
आग लगाना सीखिए ,
आग लगाना सीखिए ,
manisha
वो जहां
वो जहां
हिमांशु Kulshrestha
बारिश की बूंदे
बारिश की बूंदे
Praveen Sain
प्रेम निवेश है ❤️
प्रेम निवेश है ❤️
Rohit yadav
इंसान ऐसा ही होता है
इंसान ऐसा ही होता है
Mamta Singh Devaa
हर एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा
हर एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...