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20 Sep 2020 · 1 min read

देवता हो गया

देखते देखते क्या से’ क्या हो गया
एक पत्थर से’ वो देवता हो गया

रोज़ी’ रोटी जुटाने की’ मजबूरियां
बाप से आज बेटा जुदा हो गया

छोड़कर गांव तुमको मिला है यही
शहर में हर सगा ग़ैर सा हो गया

मिल गए फिर किताबों में सूखे गुलाब
ज़ख़्मे दिल आज फिर से हरा हो गयाक

गांव में थी अदालत बड़ी शान की
जो बड़ों ने किया फैसला हो गया

दिन बुरे देश में और क्या आएंगे
खून जिसने किया, देवता हो गया

वह नसीहत हमें आज करने लगा
सच यही है कि बेटा बड़ा हो गया

एक अफवाह ने काम ऐसा किया
ज़ख्म फिर से पुराना हरा हो गया

6 Likes · 303 Views
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