Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2017 · 1 min read

देख क्या खूब मेरी चाहत है

सच्च या झूठ ये इबादत है
कह रहा तू जिसे मुहब्बत है

फैसला कौन अब करे मेरा
हर जगह तेरी ही हुकूमत है

रौनके हुस्न कह रही मुझसे
ये असर मेरा मेरी चाहत है

ये नज़ारा कहीं न होगा फिर
देख क्या खूब मेरी चाहत है

भूख से तड़पते रहे बच्चे
औ हुकूमत ने दी नसीहत है

खाक भी है नही बचा घर मे
जानता ही नही हकीकत है

वो समझता नही मेरे मालिक
जो मिला है वही तो किस्मत है

– ‘अश्क़’

1 Like · 256 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
दस लक्षण पर्व
दस लक्षण पर्व
Seema gupta,Alwar
"तेरी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
प्यास
प्यास
sushil sarna
अब कुछ बचा नहीं बिकने को बाजार में
अब कुछ बचा नहीं बिकने को बाजार में
Ashish shukla
जीवन में ईनाम नहीं स्थान बड़ा है नहीं तो वैसे नोबेल , रैमेन
जीवन में ईनाम नहीं स्थान बड़ा है नहीं तो वैसे नोबेल , रैमेन
Rj Anand Prajapati
मुक्तक-
मुक्तक-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
शेखर सिंह
बहुत यत्नों से हम
बहुत यत्नों से हम
DrLakshman Jha Parimal
अभिनंदन डॉक्टर (कुंडलिया)
अभिनंदन डॉक्टर (कुंडलिया)
Ravi Prakash
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
आजकल बहुत से लोग ऐसे भी है
Dr.Rashmi Mishra
शु'आ - ए- उम्मीद
शु'आ - ए- उम्मीद
Shyam Sundar Subramanian
बाल कविता: तितली
बाल कविता: तितली
Rajesh Kumar Arjun
हमने भी ज़िंदगी को
हमने भी ज़िंदगी को
Dr fauzia Naseem shad
2371.पूर्णिका
2371.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
नित तेरी पूजा करता मैं,
नित तेरी पूजा करता मैं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कस्तूरी इत्र
कस्तूरी इत्र
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
असली परवाह
असली परवाह
*Author प्रणय प्रभात*
अनुप्रास अलंकार
अनुप्रास अलंकार
नूरफातिमा खातून नूरी
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
द्वितीय ब्रह्मचारिणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
💐प्रेम कौतुक-306💐
💐प्रेम कौतुक-306💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पिया बिन सावन की बात क्या करें
पिया बिन सावन की बात क्या करें
Devesh Bharadwaj
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
*बहुत कठिन डगर जीवन की*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
एक हसीं ख्वाब
एक हसीं ख्वाब
Mamta Rani
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
बेशर्मी
बेशर्मी
Sanjay ' शून्य'
सहारे
सहारे
Kanchan Khanna
मक्खन बाजी
मक्खन बाजी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...