Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Sep 2016 · 1 min read

देखो न मुझ से रूठ के दिलबर चला गया — गज़ल

देखो न मुझ से रूठ के दिलबर चला गया
अब लौट कर न आएगा कहकर चला गया

कैसे पकड़ सके जिसे रब ने बचा लिया
पैकान से परिंदा जो उड कर चला गया

जो उम्र भर जुदा रहा गम ले गया उसे
वो रूह मुझ को दे गया पैकर चला गया

नजरें जिसे थी ढूंढती दिन रात जाग कर
वो ख़्वाब में आया मुझे छूकर चला गया

कठपुतलियाँ हैं हम यहाँ क्या हाथ अपने है
बस वक्त ले गया था जिधर उधर चला गया

जो उम्र भर जुदा रहा गम ले गया उसे
वो रूह मुझ को दे गया पैकर चला गया

रिश्तों को तार तार होते देर क्या लगी
सैलाब नफरतों का था आकर चला गया

बचपन मेरा ले आओ बुढ़ापा न चाहिए
ये चाल वक्त कैसी दिखा कर चला गया

1 Like · 7 Comments · 567 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
इसरो के हर दक्ष का,
इसरो के हर दक्ष का,
Rashmi Sanjay
"लोभ"
Dr. Kishan tandon kranti
मायूस ज़िंदगी
मायूस ज़िंदगी
Ram Babu Mandal
कभी चुभ जाती है बात,
कभी चुभ जाती है बात,
नेताम आर सी
mujhe needno se jagaya tha tumne
mujhe needno se jagaya tha tumne
Anand.sharma
जब प्रेम की परिणति में
जब प्रेम की परिणति में
Shweta Soni
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
अरशद रसूल बदायूंनी
नेह का दीपक
नेह का दीपक
Arti Bhadauria
*वो जो दिल के पास है*
*वो जो दिल के पास है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
सुरनदी_को_त्याग_पोखर_में_नहाने_जा_रहे_हैं......!!
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
जनाजे में तो हम शामिल हो गए पर उनके पदचिन्हों पर ना चलके अपन
DrLakshman Jha Parimal
5) कब आओगे मोहन
5) कब आओगे मोहन
पूनम झा 'प्रथमा'
*बनाता स्वर्ग में जोड़ी, सुना है यह विधाता है (मुक्तक)*
*बनाता स्वर्ग में जोड़ी, सुना है यह विधाता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
सत्यं शिवम सुंदरम!!
सत्यं शिवम सुंदरम!!
ओनिका सेतिया 'अनु '
तेरे हक़ में
तेरे हक़ में
Dr fauzia Naseem shad
तिरंगा
तिरंगा
Neeraj Agarwal
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
देने तो आया था मैं उसको कान का झुमका,
देने तो आया था मैं उसको कान का झुमका,
Vishal babu (vishu)
मेरी माटी मेरा देश
मेरी माटी मेरा देश
Dr Archana Gupta
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
हिम्मत है तो मेरे साथ चलो!
विमला महरिया मौज
समय पर संकल्प करना...
समय पर संकल्प करना...
Manoj Kushwaha PS
स्वप्न कुछ
स्वप्न कुछ
surenderpal vaidya
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
SURYA PRAKASH SHARMA
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
जिन्दा रहे यह प्यार- सौहार्द, अपने हिंदुस्तान में
जिन्दा रहे यह प्यार- सौहार्द, अपने हिंदुस्तान में
gurudeenverma198
Hajipur
Hajipur
Hajipur
Prastya...💐
Prastya...💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...