Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2017 · 1 min read

~~दिल में गम, जब्त न कर ~~

कैसा लगता है किसी से बिछड़ जाने के बाद?
कभी रो कर देखिये, मुस्कुराने के बाद…

ईश्क में, मेरे यार ! आजमाईश नहीं करते,
ऐतबार मर जाता है आजमाने के बाद…

दिल में ग़म ज़ब्त ना कर,
रो भी ले जरा अच्छा लगेगा दो आँसू बहाने के बाद..

तुझ से पहले लाख आरजूऐं थी दिल को,
कोई आरजू ना रही तेरे आने के बाद..

मौत से पहले जीने के बहाने ढूँढता था
ये मौके नहीं मिलते मर जाने बाद..

राह-ए-नेकी से जो हटेगा नहीं उम्र भर,
जन्नत पायेगा ……”जमाने के बाद..

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

327 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
वीर हनुमान
वीर हनुमान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
नज़ारे स्वर्ग के लगते हैं
Neeraj Agarwal
प्रेम
प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
अस्ताचलगामी सूर्य
अस्ताचलगामी सूर्य
Mohan Pandey
पूर्ण विराग
पूर्ण विराग
लक्ष्मी सिंह
शब्द
शब्द
Sangeeta Beniwal
ऐसे जीना जिंदगी,
ऐसे जीना जिंदगी,
sushil sarna
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
2565.पूर्णिका
2565.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बगैर पैमाने के
बगैर पैमाने के
Satish Srijan
करती पुकार वसुंधरा.....
करती पुकार वसुंधरा.....
Kavita Chouhan
(10) मैं महासागर हूँ !
(10) मैं महासागर हूँ !
Kishore Nigam
आस्था होने लगी अंधी है
आस्था होने लगी अंधी है
पूर्वार्थ
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
पराठों का स्वर्णिम इतिहास
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
कॉलेज वाला प्यार
कॉलेज वाला प्यार
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
जो आपका गुस्सा सहन करके भी आपका ही साथ दें,
Ranjeet kumar patre
"परिवार क्या है"
Dr. Kishan tandon kranti
जिंदगी एक सफ़र अपनी 👪🧑‍🤝‍🧑👭
जिंदगी एक सफ़र अपनी 👪🧑‍🤝‍🧑👭
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अजीब करामात है
अजीब करामात है
शेखर सिंह
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
जीवन में उन सपनों का कोई महत्व नहीं,
Shubham Pandey (S P)
अपनी मनमानियां _ कब तक करोगे ।
अपनी मनमानियां _ कब तक करोगे ।
Rajesh vyas
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
* कुछ पता चलता नहीं *
* कुछ पता चलता नहीं *
surenderpal vaidya
एस. पी.
एस. पी.
Dr. Pradeep Kumar Sharma
#प्रभात_चिन्तन
#प्रभात_चिन्तन
*Author प्रणय प्रभात*
दुआ
दुआ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
फितरत
फितरत
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
गीत।। रूमाल
गीत।। रूमाल
Shiva Awasthi
स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA 
स्मृतिशेष मुकेश मानस : टैलेंटेड मगर अंडररेटेड दलित लेखक / MUSAFIR BAITHA 
Dr MusafiR BaithA
Jindagi ka kya bharosa,
Jindagi ka kya bharosa,
Sakshi Tripathi
Loading...