Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2018 · 1 min read

दिन निकला

दिन निकला,
और मैं चला,
पथ दुर्गम,
करता कर्म,
बहाकर पसीना,
गर्व से तानता सीना,
मान विधाता की इच्छा,
सब स्वीकार लगता अच्छा,
कर्म पथ पर चलता जाता,
कर प्रणाम मैं रवि को चलता जाता,
।।।। जेपीएल ।।।।

Language: Hindi
371 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जगदीश लववंशी
View all
You may also like:
3210.*पूर्णिका*
3210.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
भगवान सर्वव्यापी हैं ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
*बेचारी जर्सी 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
डरो नहीं, लड़ो
डरो नहीं, लड़ो
Shekhar Chandra Mitra
कुछ काम करो , कुछ काम करो
कुछ काम करो , कुछ काम करो
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हर किसी के पास एक जैसी ज़िंदगी की घड़ी है, फिर एक तो आराम से
हर किसी के पास एक जैसी ज़िंदगी की घड़ी है, फिर एक तो आराम से
पूर्वार्थ
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
*कड़वाहट केवल ज़ुबान का स्वाद ही नहीं बिगाड़ती है..... यह आव
Seema Verma
मुस्कुराते रहो
मुस्कुराते रहो
Basant Bhagawan Roy
साहित्य सृजन .....
साहित्य सृजन .....
Awadhesh Kumar Singh
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
* जिन्दगी *
* जिन्दगी *
surenderpal vaidya
पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
Surinder blackpen
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
तेवरीः शिल्प-गत विशेषताएं +रमेशराज
कवि रमेशराज
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
ये जंग जो कर्बला में बादे रसूल थी
shabina. Naaz
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
हम बेजान हैं।
हम बेजान हैं।
Taj Mohammad
परतंत्रता की नारी
परतंत्रता की नारी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ये  दुनियाँ है  बाबुल का घर
ये दुनियाँ है बाबुल का घर
Sushmita Singh
💐प्रेम कौतुक-280💐
💐प्रेम कौतुक-280💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
तेरी जुल्फों के साये में भी अब राहत नहीं मिलती।
Phool gufran
"हकीकत"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
हिन्दी दोहा बिषय- न्याय
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
सच कहूं तो
सच कहूं तो
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कौन गया किसको पता ,
कौन गया किसको पता ,
sushil sarna
😊■रोज़गार■😊
😊■रोज़गार■😊
*Author प्रणय प्रभात*
!! चुनौती !!
!! चुनौती !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
The life is too small to love you,
The life is too small to love you,
Sakshi Tripathi
Loading...