दिखावटी मदद
***** दिखावटी मदद *****
——–^———-^———-^——-
फोटोशूट का दौर चलने लगा है
बाढ़ग्रस्त बिहार अब जलने लगा है।
राजनीति का आखाड़ा पहले ही था यह
मैदाने ओलंपिक अब बनने लगा है।
हाल जो हुआ आज सोचा नहीं था
जला जल है फिर भी उबलने लगा है
जिसे देखें रोटी वो सेकता है अपनी
देखकर ये मौका मचलने लगा है,
उसी की है लाठी और भैस भी है उसकी
हरियाली देख यह फिसलने लगा है।
सभी सर डुबोने निकले हैं घी में
लगता हैं घी अब पिघलने लगा है,
दौर चल पड़ा है मैं पहले मै का
दिखावे ये मदद अब निकलने लगा है।।
©®पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
9560335952
16/8/2017
बिहार