Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2020 · 1 min read

तू मुझे भा गई

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई2
तेरी सूरत वो जाना मुझे है भा गई

तू दिखती नूरानी
तेरा रूप है सुहानी
मुझे लगती है सुंदर
जबसे आई है जवानी

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

तू है परियों की रानी
चाल तेरी मस्तानी
मुझे लगती करंट
हरपल करे मनमानी

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

तू सदा रहे आबाद
रब से करूं फ़रियाद
नहीं तुझको खबर
हरदम करूं तुझे याद

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

करती राह में ठिठोली
मारे बातों से गोली
घोल मिश्री से घोले
तेरी मीठी प्यारी बोली

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

तेरी पतली कमर
थोड़ी लचके अगर
करे मुझ पर सितम
मेरी जान है मगर

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

तेरे नयनों के काजल
जैसे दिखते हैं बादल
तेरा रूप सुहाना
मुझे करता है घायल

भा गई मुझे भा गई मुझे भा गई
तेरी सूरत वो जाना मुझे भा गई

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 465 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
माॅ प्रकृति
माॅ प्रकृति
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
बुद्ध के संग अब जाऊँगा ।
Buddha Prakash
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
रोटियां जिनका ख़्वाब होती हैं
रोटियां जिनका ख़्वाब होती हैं
Dr fauzia Naseem shad
*पेड़*
*पेड़*
Dushyant Kumar
आज 31 दिसंबर 2023 साल का अंतिम दिन है।ढूंढ रहा हूं खुद को कि
आज 31 दिसंबर 2023 साल का अंतिम दिन है।ढूंढ रहा हूं खुद को कि
पूर्वार्थ
तुम महकोगे सदा मेरी रूह के साथ,
तुम महकोगे सदा मेरी रूह के साथ,
Shyam Pandey
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
चोर उचक्के सभी मिल गए नीव लोकतंत्र की हिलाने को
Er. Sanjay Shrivastava
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
कसूर उनका नहीं मेरा ही था,
Vishal babu (vishu)
😊■रोज़गार■😊
😊■रोज़गार■😊
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल:- रोशनी देता है सूरज को शरारा करके...
ग़ज़ल:- रोशनी देता है सूरज को शरारा करके...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
आसमां में चांद प्यारा देखिए।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
बुढ़ाते बालों के पक्ष में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
प्रेम छिपाये ना छिपे
प्रेम छिपाये ना छिपे
शेखर सिंह
हे! नव युवको !
हे! नव युवको !
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
ह्रदय के आंगन में
ह्रदय के आंगन में
Dr.Pratibha Prakash
- फुर्सत -
- फुर्सत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
हो जाओ तुम किसी और के ये हमें मंजूर नहीं है,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
माता रानी की भेंट
माता रानी की भेंट
umesh mehra
"ऐ मेरे बचपन तू सुन"
Dr. Kishan tandon kranti
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
परम प्रकाश उत्सव कार्तिक मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अमर्यादा
अमर्यादा
साहिल
💐प्रेम कौतुक-156💐
💐प्रेम कौतुक-156💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
उत्तर प्रदेश प्रतिनिधि
Harminder Kaur
मोहल्ले में थानेदार (हास्य व्यंग्य)
मोहल्ले में थानेदार (हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
हिन्दी दोहे- चांदी
हिन्दी दोहे- चांदी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
2933.*पूर्णिका*
2933.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...