Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jul 2017 · 1 min read

तुलसी का वनवास हो गया

घर टूटे मिट गए वसेरे,
महलों में आवास हो गया.
ऊँचे कद को देख लग रहा,
सबका बहुत विकास हो गया.

भूल गए पहचान गाँव की,
बसे शहर में जब से आकर.
नहीं अलाव प्रेम के जलते,
सूनी है चौपाल यहाँ पर.

अधरों पर मुस्कान किन्तु
खंडित उर का विश्वास हो गया.

तन-मन झुलस रहे आतप में,
घर-बाहर है एक कहानी.
संग नदी के सूख रहा है,
हम सबकी आँखों का पानी.

देखी जब दुर्गति अषाढ़ की,
सावन बहुत उदास हो गया.

माटी से अपनापा छूटा.
सब पत्थर मुँहजोर हो गये.
घर से बिदा हुई अँगनाई,
रिश्तो के सब छोर खो गये.

बूढ़ा बरगद देखे अनमन,
तुलसी को वनवास हो गया.

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 1 Comment · 292 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-173💐
💐प्रेम कौतुक-173💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
वक्त और हालात जब साथ नहीं देते हैं।
Manoj Mahato
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
RATHOD SRAVAN WAS GREAT HONORED
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
शौक में नहीं उड़ता है वो, उड़ना उसकी फक्र पहचान है,
manjula chauhan
मानवता
मानवता
Dr. Pradeep Kumar Sharma
■ आज का शेर-
■ आज का शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ: दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
जय श्री कृष्णा राधे राधे
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Shashi kala vyas
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*आत्महत्या*
*आत्महत्या*
आकांक्षा राय
कौन पंखे से बाँध देता है
कौन पंखे से बाँध देता है
Aadarsh Dubey
दंभ हरा
दंभ हरा
Arti Bhadauria
खुशनसीब
खुशनसीब
Naushaba Suriya
धिक्कार
धिक्कार
Shekhar Chandra Mitra
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
কিছু ভালবাসার গল্প অমর হয়ে রয়
Sakhawat Jisan
मैं
मैं
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
रूपसी
रूपसी
Prakash Chandra
वाणी वंदना
वाणी वंदना
Dr Archana Gupta
2667.*पूर्णिका*
2667.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साहित्य सृजन .....
साहित्य सृजन .....
Awadhesh Kumar Singh
चंद्रयान-3
चंद्रयान-3
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जीत के साथ
जीत के साथ
Dr fauzia Naseem shad
हुकुम की नई हिदायत है
हुकुम की नई हिदायत है
Ajay Mishra
उज्जैन घटना
उज्जैन घटना
Rahul Singh
मैं ढूंढता हूं जिसे
मैं ढूंढता हूं जिसे
Surinder blackpen
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
ग़ज़ल के क्षेत्र में ये कैसा इन्क़लाब आ रहा है?
कवि रमेशराज
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
आखिर उन पुरुष का,दर्द कौन समझेगा
पूर्वार्थ
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
दो ही हमसफर मिले जिन्दगी में..
Vishal babu (vishu)
सच और झूँठ
सच और झूँठ
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...