Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2016 · 1 min read

तिल तिल टूट रही हूं

तिल तिल टूट रही हूँ मैं
खुद से छूट रही हूँ मैं
सब कुछ बिखरता जा रहा
कुछ भी समझ न आ रहा।

जाने कहाँ हुई है चूक
हो पाती न क्यूँ मै मूक
देख कर न रह पाती चुप
बातें सबको जाती चुभ।

आँखो से क्यूँ दिखता है
सुन कर क्यूँ मै सुनती हूँ
अखरती मेरी है हर बात
घुट घुट कर अब कटती रात।

निरीह असहाय सी रहती हूँ
सूनी आँखो सब तकती हूँ
बेबस सी हो गई हूँ आज
जाने कैसा हुआ रिवाज।

रुक सी गई है लगे जिंदगी
बोझ सी लग रही है जिंदगी
कैसे कटे यह लम्बी उमर
अटकती सा बढरही है जिंदगी।

बोझिल सी सांसें है चलती
जाने कहाँ हो रही है ग़लती
समझनहीं कुछ भी है आता
जा रही बेबस शाम सी ढलती ।
जीना हो रहा है दुशवार

Language: Hindi
341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
कवर नयी है किताब वही पुराना है।
Manoj Mahato
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
राष्ट्रीय किसान दिवस : भारतीय किसान
Satish Srijan
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
सन्देश खाली
सन्देश खाली
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चुनाव
चुनाव
Lakhan Yadav
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
राष्ट्र सेवा के मौनव्रती श्री सुरेश राम भाई
Ravi Prakash
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
क्यू ना वो खुदकी सुने?
क्यू ना वो खुदकी सुने?
Kanchan Alok Malu
!! मुरली की चाह‌ !!
!! मुरली की चाह‌ !!
Chunnu Lal Gupta
एक नई उम्मीद
एक नई उम्मीद
Srishty Bansal
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
*शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति  भर्वे भवे।*
*शिवे भक्तिः शिवे भक्तिः शिवे भक्ति भर्वे भवे।*
Shashi kala vyas
हक़ीक़त का
हक़ीक़त का
Dr fauzia Naseem shad
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कौन कहता है कि लहजा कुछ नहीं होता...
कवि दीपक बवेजा
"एक शोर है"
Lohit Tamta
मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों
मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
बड़ा भोला बड़ा सज्जन हूँ दीवाना मगर ऐसा
आर.एस. 'प्रीतम'
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
*** तुम से घर गुलज़ार हुआ ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
विचार
विचार
आकांक्षा राय
एक ख़्वाहिश
एक ख़्वाहिश
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
*शब्दों मे उलझे लोग* ( अयोध्या ) 21 of 25
Kshma Urmila
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
जन्मदिन विशेष : अशोक जयंती
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
लंगोटिया यारी
लंगोटिया यारी
Sandeep Pande
यादगार
यादगार
Bodhisatva kastooriya
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
मेरे सपनों में आओ . मेरे प्रभु जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
वक्त
वक्त
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"कहानी अउ जवानी"
Dr. Kishan tandon kranti
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
रामायण  के  राम  का , पूर्ण हुआ बनवास ।
रामायण के राम का , पूर्ण हुआ बनवास ।
sushil sarna
Loading...