Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Aug 2017 · 1 min read

तिरंगा

शत शत नमन हे ध्वज तिरंगे, किया जो स्वतंत्रनाद घोष।
मना रहें हम सब आज़ादी, सहर्ष उल्लास,असीम जोश।
दे कुर्बानी भगत,सतगुरु सुभाष बोस ने किया स्वतंत्र उद्घोष।
लहरा स्वच्छंद उन्मुक्त तिरंगा गगन में,पाया आत्मसंतोष।

अग्निगाथा है तुम्हारी सब देशभग्तों की वीरता हुंकारी।
शिव तांडव सा नृत्य करती,युद्ध नाद गांडीव टंकारी।
जय विजय की ऊर्जस्वित ऊष्मा से सभी शत्रु संहारी।
रणभेरी फूंक शूरवीरों ने,शत्रूओं पर फेरी थी बुहारी।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
Tag: गीत
253 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
मेरी हर आरजू में,तेरी ही ज़ुस्तज़ु है
Pramila sultan
न जमीन रखता हूँ न आसमान रखता हूँ
न जमीन रखता हूँ न आसमान रखता हूँ
VINOD CHAUHAN
"नंगे पाँव"
Pushpraj Anant
उपेक्षित फूल
उपेक्षित फूल
SATPAL CHAUHAN
यादों का थैला लेकर चले है
यादों का थैला लेकर चले है
Harminder Kaur
स्वाभिमान
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
- ଓଟେରି ସେଲଭା କୁମାର
Otteri Selvakumar
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
जहाँ सूर्य की किरण हो वहीं प्रकाश होता है,
Ranjeet kumar patre
बहू और बेटी
बहू और बेटी
Mukesh Kumar Sonkar
जर्जर है कानून व्यवस्था,
जर्जर है कानून व्यवस्था,
ओनिका सेतिया 'अनु '
सहयोग आधारित संकलन
सहयोग आधारित संकलन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
रखना जीवन में सदा, सुंदर दृष्टा-भाव (कुंडलिया)
Ravi Prakash
जिगर धरती का रखना
जिगर धरती का रखना
Kshma Urmila
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
कुछ यूं हुआ के मंज़िल से भटक गए
Amit Pathak
भक्ति की राह
भक्ति की राह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/138.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
ग़र कुंदन जैसी चमक चाहते हो पाना,
SURYA PRAKASH SHARMA
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
पुरुष अधूरा नारी बिन है, बिना पुरुष के नारी जग में,
Arvind trivedi
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"कवि के हृदय में"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वाभिमान
स्वाभिमान
अखिलेश 'अखिल'
सफलता की ओर
सफलता की ओर
Vandna Thakur
मंजिल
मंजिल
डॉ. शिव लहरी
💐Prodigy Love-45💐
💐Prodigy Love-45💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हे आदमी, क्यों समझदार होकर भी, नासमझी कर रहे हो?
हे आदमी, क्यों समझदार होकर भी, नासमझी कर रहे हो?
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
मेरी मुस्कान भी, अब नागवार है लगे उनको,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
💜💠💠💠💜💠💠💠💜
Manoj Kushwaha PS
खुदकुशी नाहीं, इंकलाब करअ
खुदकुशी नाहीं, इंकलाब करअ
Shekhar Chandra Mitra
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
जिन्दगी कभी नाराज होती है,
Ragini Kumari
गर्मी की छुट्टियां
गर्मी की छुट्टियां
Manu Vashistha
Loading...