Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2020 · 1 min read

तन्हा सफर

तन्हा होकर भी सफर करता हूं ।
सफर में रहकर हमसफ़र की तलाश करता हूं ।।
कुछ वक्त बीत जाए मुलाकातों में ।
कुछ ख्वाहिशों पूरी हो जाए चंद बातो में । ।
ऐसे कुछ सपने अपनी डियर डायरी में लिखता हूं ।
इसीलिए अक्सर तन्हा होकर भी सफर करता हूं ।
सफर में रहकर हमसफ़र की तलाश करता हूं ।।

Language: Hindi
1 Like · 403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
काव्य की आत्मा और सात्विक बुद्धि +रमेशराज
कवि रमेशराज
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेघ
मेघ
Rakesh Rastogi
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
#विनम्र_शब्दांजलि
#विनम्र_शब्दांजलि
*Author प्रणय प्रभात*
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
और ज़रा-सा ज़ोर लगा
Shekhar Chandra Mitra
दोस्ती गहरी रही
दोस्ती गहरी रही
Rashmi Sanjay
मिष्ठी का प्यारा आम
मिष्ठी का प्यारा आम
Manu Vashistha
अभिमान  करे काया का , काया काँच समान।
अभिमान करे काया का , काया काँच समान।
Anil chobisa
पिता
पिता
Dr Parveen Thakur
खुद को पाने में
खुद को पाने में
Dr fauzia Naseem shad
-- प्यार --
-- प्यार --
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
प्रथम शैलपुत्री
प्रथम शैलपुत्री
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मतदान करो
मतदान करो
TARAN VERMA
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
कृष्णा सोबती के उपन्यास 'समय सरगम' में बहुजन समाज के प्रति पूर्वग्रह : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
ज्ञानी मारे ज्ञान से अंग अंग भीग जाए ।
Krishna Kumar ANANT
Humiliation
Humiliation
AJAY AMITABH SUMAN
"तोड़िए हद की दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
रोज आते कन्हैया_ मेरे ख्वाब मैं
कृष्णकांत गुर्जर
" मैं फिर उन गलियों से गुजरने चली हूँ "
Aarti sirsat
💐प्रेम कौतुक-478💐
💐प्रेम कौतुक-478💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खत
खत
Punam Pande
*पद के पीछे लोग 【कुंडलिया】*
*पद के पीछे लोग 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
जीवन के सुख दुख के इस चक्र में
जीवन के सुख दुख के इस चक्र में
ruby kumari
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
तुझसे है मुझे प्यार ये बतला रहा हूॅं मैं।
सत्य कुमार प्रेमी
कोशिश न करना
कोशिश न करना
surenderpal vaidya
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
कुछ व्यंग्य पर बिल्कुल सच
Ram Krishan Rastogi
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
Rituraj shivem verma
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
राज जिन बातों में था उनका राज ही रहने दिया
कवि दीपक बवेजा
Loading...