Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Aug 2018 · 1 min read

झूला झूलें रे किशोरी

झूला झूलें रे किशोरी
०००००००००००००००
डारन पै झूला डार,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।

सजी-धजी सब सखियाँ मिल कै, ललिता के सँग आईं ,
चंदन की महकै रे पटली, रेशम डोरी लाईं ,
किशोरी झूलें हरे-हरे ,किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।१

चल कै आई संग बाग में श्री वृषभानु किशोरी ,
अमवा की डारी पै डारी ,सखियन नै मिल डोरी ,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।२

झूला पै चढ़ राधा जी नें ऊँची पेंग बढ़ाई ,
झोटा देय विसाखा प्यारी, ललिता लख मुसकाई ,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।३

सावन के फिर गीत सुहाने ,मिल सखियन ने गाये ,
साँवरिया उत ग्वालन के संग, घूमत-घूमत आये,
किशोरी झूलें हरे -हरे , किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।४

डार गले गलेबहियाँ झूलें , सँग में कृष्ण मुरारी ,
छेड़ी तान मुरलिया की फिर, साँवरिया ने प्यारी ,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।५

नन्हीं-नन्हीं परें फुहारें, सरसावै पुरवैया ,
कोयल कूकै मोरा नाचैं ,चहकै रे गौरैया ,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।६

अम्बर ते बरसै रे मेहा, उर में नेहा बरसै ,
छवि के दरशन करकै भोरे, भगतन कौ मन सरसै ,
किशोरी झूलें हरे-हरे, किशोरी झूलें बागन में ।
डारन पै झूला डार ।।७

-महेश जैन ‘ज्योति’
***

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 257 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
निज़ाम
निज़ाम
अखिलेश 'अखिल'
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
ऐसा तूफान उत्पन्न हुआ कि लो मैं फँस गई,
नव लेखिका
अभिव्यक्ति की सामरिकता - भाग 05 Desert Fellow Rakesh Yadav
अभिव्यक्ति की सामरिकता - भाग 05 Desert Fellow Rakesh Yadav
Desert fellow Rakesh
*याद है  हमको हमारा  जमाना*
*याद है हमको हमारा जमाना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
राहें भी होगी यूं ही,
राहें भी होगी यूं ही,
Satish Srijan
वह दिन जरूर आयेगा
वह दिन जरूर आयेगा
Pratibha Pandey
💐प्रेम कौतुक-250💐
💐प्रेम कौतुक-250💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
* शरारा *
* शरारा *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कलेजा फटता भी है
कलेजा फटता भी है
Paras Nath Jha
विश्वास की मंजिल
विश्वास की मंजिल
Buddha Prakash
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
मित्र, चित्र और चरित्र बड़े मुश्किल से बनते हैं। इसे सँभाल क
Anand Kumar
अहिल्या
अहिल्या
अनूप अम्बर
*खूब थी जिंदा कि ज्यों, पुस्तक पुरानी कोई वह (मुक्तक)*
*खूब थी जिंदा कि ज्यों, पुस्तक पुरानी कोई वह (मुक्तक)*
Ravi Prakash
*
*"सदभावना टूटे हृदय को जोड़ती है"*
Shashi kala vyas
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
होली
होली
सूरज राम आदित्य (Suraj Ram Aditya)
एहसास
एहसास
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
♥️राधे कृष्णा ♥️
♥️राधे कृष्णा ♥️
Vandna thakur
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
जन्मदिन मुबारक तुम्हें लाड़ली
gurudeenverma198
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
Manisha Manjari
फूल
फूल
Punam Pande
प्रणय 7
प्रणय 7
Ankita Patel
मैं प्यार के सरोवर मे पतवार हो गया।
मैं प्यार के सरोवर मे पतवार हो गया।
Anil chobisa
"भक्त नरहरि सोनार"
Pravesh Shinde
■ परिहास...
■ परिहास...
*Author प्रणय प्रभात*
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
हमें उससे नहीं कोई गिला भी
Irshad Aatif
किताब
किताब
Sûrëkhâ Rãthí
3154.*पूर्णिका*
3154.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...