Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2016 · 1 min read

झनन-झनन वारिस बन

झनन झनन बारिश की बूँद सी , मैं बरस बरसत जाऊँ ।
पैर में बाँध के पाजनियाँ घुघरू ,ठुमक – ठुमकत जाऊँ ।।
दे प्रभो बारिश दे हर बार ऐसी , हो जाए धरा हरी-भरी ।
अंग -अंग सब मेरा भीग जाए, ऐसी में फिर हुलसत जाऊँ ।।

Language: Hindi
72 Likes · 3 Comments · 490 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
2594.पूर्णिका
2594.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
आंखो के पलको पर जब राज तुम्हारा होता है
Kunal Prashant
*हनुमान जी*
*हनुमान जी*
Shashi kala vyas
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
🌺आलस्य🌺
🌺आलस्य🌺
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
रंग भरी पिचकारियाँ,
रंग भरी पिचकारियाँ,
sushil sarna
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सब सूना सा हो जाता है
सब सूना सा हो जाता है
Satish Srijan
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
मुक्तक - वक़्त
मुक्तक - वक़्त
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
याद हमारी बहुत आयेगी कल को
gurudeenverma198
असंवेदनशीलता
असंवेदनशीलता
Shyam Sundar Subramanian
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
बहुत मुश्किल होता हैं, प्रिमिकासे हम एक दोस्त बनकर राहते हैं
Sampada
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
बड़ी मुश्किल से लगा दिल
कवि दीपक बवेजा
जीवन से पहले या जीवन के बाद
जीवन से पहले या जीवन के बाद
Mamta Singh Devaa
सुकून की चाबी
सुकून की चाबी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
** फितरत **
** फितरत **
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
नव वर्ष पर सबने लिखा
नव वर्ष पर सबने लिखा
Harminder Kaur
राम समर्पित रहे अवध में,
राम समर्पित रहे अवध में,
Sanjay ' शून्य'
शिक्षा का महत्व
शिक्षा का महत्व
Dinesh Kumar Gangwar
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी।
लक्ष्मी सिंह
बदनाम शराब
बदनाम शराब
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सच बोलने की हिम्मत
सच बोलने की हिम्मत
Shekhar Chandra Mitra
पहाड़ों की हंसी ठिठोली
पहाड़ों की हंसी ठिठोली
Shankar N aanjna
लेंस प्रत्योपण भी सिर्फ़
लेंस प्रत्योपण भी सिर्फ़
*Author प्रणय प्रभात*
आकाश से आगे
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
इश्किया होली
इश्किया होली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
* आओ ध्यान करें *
* आओ ध्यान करें *
surenderpal vaidya
बदल देते हैं ये माहौल, पाकर चंद नोटों को,
बदल देते हैं ये माहौल, पाकर चंद नोटों को,
Jatashankar Prajapati
नारी जगत आधार....
नारी जगत आधार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...