Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2020 · 1 min read

####जीवन — संदेश####

कौन क्या लाया, साथ क्या ले जाएगा।
कुछ दिन में जमाना भूल जाएगा।
कुछ तो ऐसा कर जा तू जमाने में,
आने वाला युग तुझे किताबों में पाएगा।।

अतुलित बुद्धि पाई तूने, ईश्वर का वरदान मिला।
जिसमें हो रुचि तेरी, कर शुरू उस का सिलसिला।
किसी ना किसी रूप में तुझे, जमाना गुन गुनाएगा।।

निराशा छोड़ दे,आशाओं के दीप जला।
जगमग जगमग होगा जीवन ,मिट जाएगी सारी बला।
यो बैठे-बैठे तो तू , कुछ नहीं कर पाएगा।

“अनुनय ” यह जीवन का सार है, करना इस पे विचार है।
कदम चूमेगी मंजिल, गर कर्म ही व्यवहार है।
अपनी जीवन निधि तू , ना कभी व्यर्थ गवाएगा ।।
— राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
2 Comments · 932 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सही पंथ पर चले जो
सही पंथ पर चले जो
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
2. *मेरी-इच्छा*
2. *मेरी-इच्छा*
Dr Shweta sood
गांव की याद
गांव की याद
Punam Pande
"बलिदानी यादें"
Dr. Kishan tandon kranti
हम दो अंजाने
हम दो अंजाने
Kavita Chouhan
एक ही राम
एक ही राम
Satish Srijan
एक एक ख्वाहिशें आँख से
एक एक ख्वाहिशें आँख से
Namrata Sona
धन से कब होता जुड़ा ,खुशियों भरा स्वभाव(कुंडलिया)
धन से कब होता जुड़ा ,खुशियों भरा स्वभाव(कुंडलिया)
Ravi Prakash
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
मुस्तक़िल बेमिसाल हुआ करती हैं।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तलाश
तलाश
Vandna Thakur
*
*"हरियाली तीज"*
Shashi kala vyas
फूल सी तुम हो
फूल सी तुम हो
Bodhisatva kastooriya
Dr Arun Kumar Shastri
Dr Arun Kumar Shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
ଷଡ ରିପୁ
ଷଡ ରିପୁ
Bidyadhar Mantry
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
चीरता रहा
चीरता रहा
sushil sarna
CUPID-STRUCK !
CUPID-STRUCK !
Ahtesham Ahmad
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश है जो पत्थर में प्राण प्रतिष्ठ
Anand Kumar
//...महापुरुष...//
//...महापुरुष...//
Chinta netam " मन "
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
बे-फ़िक्र ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
जिससे एक मर्तबा प्रेम हो जाए
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
जीवन का हर एक खट्टा मीठा अनुभव एक नई उपयोगी सीख देता है।इसील
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कुछ दिन से हम दोनों मे क्यों? रहती अनबन जैसी है।
कुछ दिन से हम दोनों मे क्यों? रहती अनबन जैसी है।
अभिनव अदम्य
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
बज्जिका के पहिला कवि ताले राम
Udaya Narayan Singh
सच नहीं है कुछ भी, मैने किया है
सच नहीं है कुछ भी, मैने किया है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
ऐ भाई - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...