Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Apr 2019 · 1 min read

जब तुम मिलोगी

जब तुम मिलोगी
जाने कैसे मिलोगी
जितनी शिद्दत से करता आया हूँ
क्या तुम भी मेरा उतना ही
इंतज़ार करती रही होगी
बेचैन हो कर करवटे बदल रही होगी
जज्बातों का ढेर सारा पुलिन्दा है भीतर मेरे
क्या तुम भी मेरे सामने
अपना राज खोलोगी
मेरी धड़कने तो अब से धड़क रही है
क्या तुम मेरे नाम से
धड़कने लगोगी
क्या मुझे भी तुम
अपने भीतर जीने लगोगी -अभिषेक राजहंस

Language: Hindi
561 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आलता-महावर
आलता-महावर
Pakhi Jain
2876.*पूर्णिका*
2876.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
अर्चना की कुंडलियां भाग 2
Dr Archana Gupta
बस इतना सा दे अलहदाई का नज़राना,
बस इतना सा दे अलहदाई का नज़राना,
ओसमणी साहू 'ओश'
अधूरी हसरत
अधूरी हसरत
umesh mehra
परदेसी की  याद  में, प्रीति निहारे द्वार ।
परदेसी की याद में, प्रीति निहारे द्वार ।
sushil sarna
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
हयात कैसे कैसे गुल खिला गई
Shivkumar Bilagrami
फितरत
फितरत
Awadhesh Kumar Singh
वह बचपन के दिन
वह बचपन के दिन
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
" बंध खोले जाए मौसम "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
किसी बच्चे की हँसी देखकर
किसी बच्चे की हँसी देखकर
ruby kumari
तारों जैसी आँखें ,
तारों जैसी आँखें ,
SURYA PRAKASH SHARMA
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
हम यह सोच रहे हैं, मोहब्बत किससे यहाँ हम करें
gurudeenverma198
💐प्रेम कौतुक-277💐
💐प्रेम कौतुक-277💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोस्ती
दोस्ती
Kanchan Alok Malu
👍👍
👍👍
*Author प्रणय प्रभात*
ये मेरा स्वयं का विवेक है
ये मेरा स्वयं का विवेक है
शेखर सिंह
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
कभी ज्ञान को पा इंसान भी, बुद्ध भगवान हो जाता है।
Monika Verma
फेर रहे हैं आंख
फेर रहे हैं आंख
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शिक्षक हमारे देश के
शिक्षक हमारे देश के
Bhaurao Mahant
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता । नमस्तस्यै
Harminder Kaur
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
"लिख और दिख"
Dr. Kishan tandon kranti
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कश्मीर में चल रहे जवानों और आतंकीयो के बिच मुठभेड़
कुंवर तुफान सिंह निकुम्भ
ज़िंदगी एक बार मिलती है
ज़िंदगी एक बार मिलती है
Dr fauzia Naseem shad
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---7. || विरोधरस के अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
आज़ाद हूं मैं
आज़ाद हूं मैं
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शब्दों की रखवाली है
शब्दों की रखवाली है
Suryakant Dwivedi
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
न ख्वाबों में न ख्यालों में न सपनों में रहता हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
Loading...