Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Apr 2019 · 1 min read

जगदम्बे पर दोहावली

1
ऊँचे ऊँचे पर्वतों, पर माँ का दरबार
उनके दर्शन से मिले, मन को खुशी अपार
2
मन को खुशी अपार हो, जब गम होते दूर
माँ सच्ची अरदास को, कर लेती मंजूर
3
कर लेती मंजूर है, माँ भक्तों की बात
करते मन से अर्चना ,जब आते नवरात
4
जब आते नवरात हैं, ऐसे खिले बहार
जन जन के मन में बहे, सरस भक्ति की धार
5
सरस भक्ति की धार से, भीग गया संसार
पूरे जग में हो रही, माँ की जय जय कार
6
माँ की जय जय कार से,हो जाता उद्धार
कर देती उनकी कृपा, भवसागर से पार

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 471 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
अनसुलझे किस्से
अनसुलझे किस्से
Mahender Singh Manu
जाने इतनी बेहयाई तुममें कहां से आई है ,
जाने इतनी बेहयाई तुममें कहां से आई है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
वो निरंतर चलता रहता है,
वो निरंतर चलता रहता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
लार्जर देन लाइफ होने लगे हैं हिंदी फिल्मों के खलनायक -आलेख
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तुम गजल मेरी हो
तुम गजल मेरी हो
साहित्य गौरव
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
चुनौतियाँ बहुत आयी है,
Dr. Man Mohan Krishna
मुक्त परिंदे पुस्तक समीक्षा
मुक्त परिंदे पुस्तक समीक्षा
लालबहादुर चौरसिया 'लाल'
हिदायत
हिदायत
Bodhisatva kastooriya
धुन
धुन
Sangeeta Beniwal
अब कौन सा रंग बचा साथी
अब कौन सा रंग बचा साथी
Dilip Kumar
यह तुम्हारी गलतफहमी है
यह तुम्हारी गलतफहमी है
gurudeenverma198
"फ़र्श से अर्श तक"
*Author प्रणय प्रभात*
दूर किसी वादी में
दूर किसी वादी में
Shekhar Chandra Mitra
जीवन पथ
जीवन पथ
Kamal Deependra Singh
युक्रेन और रूस ; संगीत
युक्रेन और रूस ; संगीत
कवि अनिल कुमार पँचोली
ये, जो बुरा वक्त आता है ना,
ये, जो बुरा वक्त आता है ना,
Sandeep Mishra
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
मैं चल रहा था तन्हा अकेला
..
ओम् के दोहे
ओम् के दोहे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अब तक के इंसानी विकास का विश्लेषण
अब तक के इंसानी विकास का विश्लेषण
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
2613.पूर्णिका
2613.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
एहसासों से भरे पल
एहसासों से भरे पल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Chahat ka samandar ham bhi rakhte h ,
Chahat ka samandar ham bhi rakhte h ,
Sakshi Tripathi
मेरुदंड
मेरुदंड
Suryakant Dwivedi
फरिश्तों या ख़ुदा तुमको,
फरिश्तों या ख़ुदा तुमको,
Satish Srijan
"लक्ष्मण-रेखा"
Dr. Kishan tandon kranti
💐अज्ञात के प्रति-8💐
💐अज्ञात के प्रति-8💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बचपन
बचपन
नन्दलाल सुथार "राही"
गरीबी की उन दिनों में ,
गरीबी की उन दिनों में ,
Yogendra Chaturwedi
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
करते रहिए भूमिकाओं का निर्वाह
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Loading...