Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Nov 2018 · 1 min read

जंग

आज मची हुई है हिन्दू बनने की जंग
हिन्दू बनने मे रंग,धर्म कोई न बच पाये
धर्म कोई न बच पाये वोट बने मजबूत
सवर्ण बिन जुर्म के मुजरिम ठुंकी कील ताबूत
नेता बिन पेंदी लोटा,नहि आये फितरत से बाज
बडकी कुर्सी पाने को, जंग मची हुई है आज ।

6 Likes · 2 Comments · 451 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
ओसमणी साहू 'ओश'
2288.पूर्णिका
2288.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सियासत हो
सियासत हो
Vishal babu (vishu)
बम से दुश्मन मार गिराए( बाल कविता )
बम से दुश्मन मार गिराए( बाल कविता )
Ravi Prakash
हिंदी दिवस पर विशेष
हिंदी दिवस पर विशेष
Akash Yadav
⚘️🌾Movement my botany⚘️🌾
⚘️🌾Movement my botany⚘️🌾
Ms.Ankit Halke jha
हम जाति से शुद्र नहीं थे. हम कर्म से शुद्र थे, पर बाबा साहब
हम जाति से शुद्र नहीं थे. हम कर्म से शुद्र थे, पर बाबा साहब
जय लगन कुमार हैप्पी
हर फ़साद की जड़
हर फ़साद की जड़
*Author प्रणय प्रभात*
कौन है जिम्मेदार?
कौन है जिम्मेदार?
Pratibha Pandey
फ़र्क़..
फ़र्क़..
Rekha Drolia
This generation was full of gorgeous smiles and sorrowful ey
This generation was full of gorgeous smiles and sorrowful ey
पूर्वार्थ
माये नि माये
माये नि माये
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
बिहार–झारखंड की चुनिंदा दलित कविताएं (सम्पादक डा मुसाफ़िर बैठा & डा कर्मानन्द आर्य)
Dr MusafiR BaithA
दर्द भी
दर्द भी
Dr fauzia Naseem shad
यथार्थ
यथार्थ
Shyam Sundar Subramanian
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
सफलता का महत्व समझाने को असफलता छलती।
Neelam Sharma
शिव-शक्ति लास्य
शिव-शक्ति लास्य
ऋचा पाठक पंत
मौके पर धोखे मिल जाते ।
मौके पर धोखे मिल जाते ।
Rajesh vyas
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
Satyaveer vaishnav
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
आर.एस. 'प्रीतम'
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
मेरे अंदर भी इक अमृता है
मेरे अंदर भी इक अमृता है
Shweta Soni
"गीत"
Dr. Kishan tandon kranti
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
सफाई कामगारों के हक और अधिकारों की दास्तां को बयां करती हुई कविता 'आखिर कब तक'
Dr. Narendra Valmiki
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
जिस तरह मनुष्य केवल आम के फल से संतुष्ट नहीं होता, टहनियां भ
जिस तरह मनुष्य केवल आम के फल से संतुष्ट नहीं होता, टहनियां भ
Sanjay ' शून्य'
💐प्रेम कौतुक-398💐
💐प्रेम कौतुक-398💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कविता
कविता
Rambali Mishra
बारिश में नहा कर
बारिश में नहा कर
A🇨🇭maanush
*बल गीत (वादल )*
*बल गीत (वादल )*
Rituraj shivem verma
Loading...