Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2018 · 1 min read

“छोटी-छोटी बातें दिल से नहीं लगाते”

मीटर-222-222-222-121-22
छोटी-छोटी बातें हम दिल से नहीं लगाते।
हरपल को हैं हम जीते सबको यही सिखाते।।

ये जीवन तो मालिक का उपहार एक प्यारा।
हँसते फूले फूलों-सा रखना इसे सँवारा।
रोकर प्यारी-सी ख़ुशियाँ यूँ ही नहीं लुटाते।
हरपल को हैं हम जीते सबको यही सिखाते।

हँसते गाते चलते जाएँ ज़िन्दगी सफ़र है।
तेरा घर ना मेरा घर सुनिए ज़रा इधर है।
किराए का घर इस जग को यारो सभी बताते।
हरपल को हैं हम जीते सबको यही सिखाते।

ये मिलना तन्हा होना रहमत हुई ख़ुदा की।
जो खिलता मिट्टी में मिलता बात सच सदा की।
पगले होकर इसको हम हैं क्यों सभी भुलाते।
हरपल को हैं हम जीते सबको यही सिखाते।।

राधेयश्याम बंगालिया “प्रीतम”
—————-^^^————–

Language: Hindi
Tag: गीत
309 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all
You may also like:
परिंदा
परिंदा
VINOD CHAUHAN
हँस लो! आज  दर-ब-दर हैं
हँस लो! आज दर-ब-दर हैं
दुष्यन्त 'बाबा'
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
Shakil Alam
2322.पूर्णिका
2322.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कोरोना - इफेक्ट
कोरोना - इफेक्ट
Kanchan Khanna
कुत्ते की पूंछ भी
कुत्ते की पूंछ भी
*Author प्रणय प्रभात*
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े  रखता है या
दादी दादा का प्रेम किसी भी बच्चे को जड़ से जोड़े रखता है या
Utkarsh Dubey “Kokil”
कोरा संदेश
कोरा संदेश
Manisha Manjari
Pollution & Mental Health
Pollution & Mental Health
Tushar Jagawat
रिश्ते..
रिश्ते..
हिमांशु Kulshrestha
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
कोई उम्मीद किसी से,तुम नहीं करो
gurudeenverma198
" आज चाँदनी मुस्काई "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
Three handfuls of rice
Three handfuls of rice
कार्तिक नितिन शर्मा
नये गीत गायें
नये गीत गायें
Arti Bhadauria
प्राकृतिक सौंदर्य
प्राकृतिक सौंदर्य
Neeraj Agarwal
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
*बच्चों को ले घूमते, मॅंगवाते हैं भीख (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस...
राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस...
डॉ.सीमा अग्रवाल
शायरी 2
शायरी 2
SURYA PRAKASH SHARMA
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
माॅं
माॅं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हर एकपल तेरी दया से माँ
हर एकपल तेरी दया से माँ
Basant Bhagawan Roy
"प्लेटो ने कहा था"
Dr. Kishan tandon kranti
इश्किया होली
इश्किया होली
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*** मुफ़लिसी ***
*** मुफ़लिसी ***
Chunnu Lal Gupta
धर्म और विडम्बना
धर्म और विडम्बना
Mahender Singh
कृपया सावधान रहें !
कृपया सावधान रहें !
Anand Kumar
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
अधीर मन खड़ा हुआ  कक्ष,
अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष,
Nanki Patre
Loading...