Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2016 · 1 min read

छोटा सा गांव हमारा

पुरवईया की महकी हवाँ
बागो से चुराती खुशबू
लोगो की आने की
यहाँ रहता है ज़ुस्तज़ु

अमरैया से कोयल बोली
आ रही मधु ऋतू
बरगद की छाँव में
बैठे है ढोलू -गोलू

मन मोहक छटा बिखरती
चारो ओर गांव की हरियाली
हर दिन रहता है त्यौहार जैसा
गुलजार सुबह शाम गली

सोना उगलता है तभी
पालन-पोषण होता है
है मिट्ठी की खुशबू
प्रकृति की धनी है

भूमिपुत्र का गांव हमारा
सुन्दर मनोरम लगता है
देख हसदेव नदी की किनारा
छत्तीसगढ़ में है बसा
छोटा सा गांव हमारा,
खेत खलिहान हरी-भरी
सुन्दर “मोहतरा ” गांव हमारा

कवि:- दुष्यंत कुमार पटेल “चित्रांश”

Language: Hindi
290 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
नारी तुम
नारी तुम
Anju ( Ojhal )
शिक्षा एवं धर्म
शिक्षा एवं धर्म
Abhineet Mittal
मैं सत्य सनातन का साक्षी
मैं सत्य सनातन का साक्षी
Mohan Pandey
विनाश की जड़ 'क्रोध' ।
विनाश की जड़ 'क्रोध' ।
Buddha Prakash
जिसमें हर सांस
जिसमें हर सांस
Dr fauzia Naseem shad
कभी- कभी
कभी- कभी
Harish Chandra Pande
परिवर्तन
परिवर्तन
RAKESH RAKESH
भारत देश
भारत देश
लक्ष्मी सिंह
■ जय हो।
■ जय हो।
*Author प्रणय प्रभात*
" यादों की शमा"
Pushpraj Anant
"बह रही धीरे-धीरे"
Dr. Kishan tandon kranti
पहचान तो सबसे है हमारी,
पहचान तो सबसे है हमारी,
पूर्वार्थ
फूल खिलते जा रहे
फूल खिलते जा रहे
surenderpal vaidya
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
21-रूठ गई है क़िस्मत अपनी
21-रूठ गई है क़िस्मत अपनी
Ajay Kumar Vimal
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
Suryakant Dwivedi
डॉअरुण कुमार शास्त्री
डॉअरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पूर्णिमा की चाँदनी.....
पूर्णिमा की चाँदनी.....
Awadhesh Kumar Singh
विविध विषय आधारित कुंडलियां
विविध विषय आधारित कुंडलियां
नाथ सोनांचली
बेटियां
बेटियां
Madhavi Srivastava
*बोलो चुकता हो सका , माँ के ऋण से कौन (कुंडलिया)*
*बोलो चुकता हो सका , माँ के ऋण से कौन (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
मोह लेगा जब हिया को, रूप मन के मीत का
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*दीपावली का ऐतिहासिक महत्व*
*दीपावली का ऐतिहासिक महत्व*
Harminder Kaur
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
Ajeeb hai ye duniya.......pahle to karona se l ladh rah
shabina. Naaz
दौलत
दौलत
Neeraj Agarwal
दाना
दाना
Satish Srijan
छू लेगा बुलंदी को तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
छू लेगा बुलंदी को तेरा वजूद अगर तुझमे जिंदा है
'अशांत' शेखर
2486.पूर्णिका
2486.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
Loading...