चलता गया — चलता गया
संबल मिला-मैं चला
चलता गया – चलता गया,
१) कहीं कांटे मिले,
कहीं प्रसून खिले,
परे हटा कंटको को,
मैंने फूल ही चुने,
पग-पग मैं संभलता गया,
चलता गया – चलता गया|
२)थकान भी हुई
पर मुकाम पाना था
जीवन सफर में
और आगे जाना था
मुसीबतों से टकराया
पर रुक नहीं पाया
हर ठोकर पर संभलता गया
चलता गया -चलता गया|
३)आखिर मंजिल पास थी
जिसकी मुझे पल-पल तलाश थी
पाकर उसे आगोश में
जीवन नौका से पार उतरता गया
चलता गया- चलता गया|