गुरु
मुझे आपने दाता बहुत कुछ दिया है,
आपका शुक्रिया है ,आपका शुक्रिया है।
आपने मुझे लेखनी पकड़ना सिखाया
विषम परिस्थितियों से लड़ना सिखाया
हर पल ईमानदारी की जिंदगी जीया है
आपका शुक्रिया है, आपका शुक्रिया है।
आपने हमें संस्कारी ,आज्ञाकारी बनाया
दयावान, सहयोगी ,परोपकारी बनाया,
हृदयतल से कोटि-कोटि प्रणाम किया है
आपका शुक्रिया है ,आपका शुक्रिया है।
मैं गुरु ऋण अपने जीवन में चुका सकूं,
ज्ञान का दीप सबके जीवन में जला सकूं।
शिक्षक दिवस पर यही प्रण लिया है
आपका शुक्रिया है आपका शुक्रिया है
मुझे आपने दाता बहुत कुछ दिया है
आपका शुक्रिया है, आपका शुक्रिया है।
नूरफातिमा खातून नूरी
जिला-कुशीनगर